रीवा में खाद संकट: रातभर लाइन में खड़े रहे किसान, पुलिस ने किया लाठीचार्ज, फूटा गुस्सा
रीवा के कलेक्टर प्रतिभा पाल का कहना है कि जिले में पर्याप्त खाद उपलब्ध है और वितरण पर निगरानी रखी जा रही है।
Rewa fertilizer crisis 2025
MP News: मध्यप्रदेश के रीवा जिले में खाद की भारी किल्लत ने किसानों को सड़कों पर उतरने पर मजबूर कर दिया। करहिया मंडी में मंगलवार रात किसानों का गुस्सा उस समय फूट पड़ा, जब खाद वितरण केंद्र बंद कर दिया गया। नाराज किसानों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की, तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इस घटना में कई किसान घायल भी हो गए।
खाद की कालाबाजारी का आरोप
किसानों का कहना है कि वे 24 से 48 घंटे तक लाइन में खड़े रहे, लेकिन गारंटी नहीं थी कि खाद मिलेगी या नहीं। कई किसानों का आरोप है कि खाद का सही तरीके से वितरण नहीं हो रहा और कालाबाजारी के कारण रसूखदार लोगों को फायदा मिल रहा है, जबकि आम किसान खाली हाथ लौट रहे हैं।
लाठीचार्ज से भड़के किसान
गांव के किसान हरीश प्रजापति ने आरोप लगाया कि बाजार में खाद महंगे दामों पर बेची जा रही है। वहीं किसान प्रदीप मिश्रा ने कहा, "यह विडम्बना है कि किसान अपनी फसल की देखभाल छोड़कर सिर्फ खाद की लाइन में लगे हैं। सरकार को समय पर खाद उपलब्ध करानी चाहिए, न कि लाठीचार्ज करना चाहिए।"
प्रशासन का दावा, पर्याप्त खाद उपलब्ध
रीवा के कलेक्टर प्रतिभा पाल का कहना है कि जिले में पर्याप्त खाद उपलब्ध है और वितरण पर निगरानी रखी जा रही है। साथ ही किसानों को छांव, पानी और ORS पैकेट भी दिए जा रहे हैं। प्रशासन का दावा है कि जल्द ही हालात काबू में आ जाएंगे।
खाद का स्टॉक असीमित
वहीं, वकील बीके माला ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि किसानों को उनकी बुनियादी जरूरत के लिए लाठीचार्ज झेलना पड़ रहा है। सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि खाद का स्टॉक अगर सीमित है, तो पहले से जानकारी दी जाए।
रीवा खाद संकट ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि मध्यप्रदेश में किसानों को समय पर खाद उपलब्ध कराने की ठोस योजना कब बनेगी? अगर यह समस्या जल्द हल नहीं हुई, तो किसानों की मेहनत और उनकी फसलें दोनों पर संकट मंडरा सकता है।