राजा हत्याकांड: कौन है संजय वर्मा, जिससे सोनम फ़ोन पर घंटों करती थी बात? "राज" जानकर चौंक जाएंगे आप
राजा रघुवंशी मर्डर केस में अब एक नया किरदार सामने आया है संजय वर्मा। सोनम से लगातार कॉल पर बात और गाजीपुर में संदिग्ध मूवमेंट ने केस को और उलझा दिया है। पढ़ें विस्तृत रिपोर्ट।
राजा रघुवंशी हत्याकांड में ट्विस्ट: मर्डर केस में एक नए शख्स की एंट्री, कौन है संजय वर्मा, क्या है इसका 'राज'? जानिए
Raja Raghuvanshi Murder Case : इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी मर्डर केस में नया मोड़ सामने आया है। शिलॉन्ग पुलिस की जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। पुलिस को कॉल डिटेल्स से संजय वर्मा नाम का नया शख्स मिला है। सोनम इससे शादी के पहले घंटों बात करती थी। कत्ल से पहले 25 दिन में उसने 112 बार बातचीत की। सोनम और संजय की इस कॉल डिटेल्स बारीकी से जांच की गई तो हैरान कर देने वाला खुलासा हुआ।
सोनम का प्रेमी राज ही निकला संजय वर्मा
कॉल डिटेल्स के अनुसार, सोनम ने मार्च में लगभग हर दिन संजय वर्मा नामक शख्स से बात किया है, लेकिन पुलिस ने गहनता से जांच की तो पता चला कि संजय वर्मा कोई और नहीं बल्कि उसका प्रेमी राज कुशवाहा ही है।
- राज ने अपनी पहचान छिपाने के लिए Truecaller पर अपने नंबर को 'संजय वर्मा' के नाम से सेव किया था। ताकि, किसी को उसकी असली पहचान का अंदाज़ा न हो। लेकिन गहराई से जब जांच की गई तो यह नंबर संगम नगर स्थित पते पर रजिस्टर्ड पाया गया, जहां राज कुशवाहा का निवास है।
- पुलिस द्वारा की गई कॉल डिटेल्स और लोकेशन एनालिसिस के मुताबिक, सोनम और राज के बीच बातचीत के कई लोकेशन ट्रैस हुए। इनमें लक्ष्मीनारायण चौराहा, राजा बाग (जहाँ सोनम का घर है), नगर निगम रोड, जीपी प्लाजा, शीतल नगर (जहाँ सोनम के पिता का ऑफिस है)।
- सोनम ने अपने नंबर को ट्रू कॉलर पर 'बिट्टू सोनम' के नाम से सेव किया था, जो उनके करीबी रिश्ते की पुष्टि करता है।
गाजीपुर में दिखे संदिग्ध सुराग
गाजीपुर की बस यात्रा के दौरान उजाला यादव नामक महिला ने बताया था कि उसने सोनम को दो नकाबपोश युवकों के साथ देखा था। इन संदिग्धों में से एक ने सफेद शर्ट पहन रखी थी। क्या यही शख्स संजय वर्मा था?
फोन मांगा फिर नंबर क्यों डिलीट किया?
बस में यात्रा के दौरान सोनम ने उजाला से मोबाइल लेकर एक नंबर डायल किया, लेकिन कॉल नहीं किया और तुरंत डिलीट कर दिया। इससे पहले सोशल मीडिया पर चल रही खबरें देखकर वह असहज हो गई थी।
ढाबे वाले ने किया अहम खुलासा
काशी टी स्टॉल के मालिक साहिल यादव के अनुसार, सोनम वहां डरी हुई नहीं, बल्कि गाड़ी से उतरकर नॉर्मल मूड में आई थी। उसने वहीं से अपने भाई गोविंद को कॉल किया, जो बताता है कि पूरी योजना पूर्वनियोजित थी।
राजा रघुवंशी हत्याकांड: जांच में अन्य खुलासे
राजा रघुवंशी की हत्या में दो हथियारों का इस्तेमाल हुआ था। इनमें से एक हथियार अब तक गायब था। मंगलवार को पुलिस ने उसे मौके से बरामद कर लिया है। यह सुपारी किलिंग नहीं, बल्कि दोस्ती में अंजाम दी गई हत्या थी। हत्यारों को ट्रैवल सहित अन्य खर्चों के लिए केवल ₹59,000 रुपए दिए गए थे। इसके लिए कोई बड़ा आर्थिक सौदा नहीं हुआ। हत्या की कोशिश 6 बार की गई। 5 बार प्लान फेल हुआ।