MP Weather Today, 23 December: उत्तर भारत की बर्फबारी का असर मध्यप्रदेश तक, 22 जिलों में घना कोहरा और शीतलहर, सड़क-रेल यातायात प्रभावित

MP Weather Today, 23 December: कश्मीर और उत्तर भारत की बर्फबारी से मध्यप्रदेश में ठंड का कहर बढ़ गया है। 22 जिलों में घना कोहरा और शीतलहर दर्ज, विजिबिलिटी 50 मीटर तक घटी, जानें मौसम का ताजा अपडेट।

Updated On 2025-12-23 09:22:00 IST

MP Weather Today, 23 December: कश्मीर और उत्तर भारत की बर्फबारी से मध्यप्रदेश में ठंड का कहर बढ़ गया है।

MP Weather Today, 23 December: मध्यप्रदेश में एक बार फिर सर्दी ने जोर पकड़ लिया है। कश्मीर के गुलमर्ग और सोनमर्ग समेत उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में हो रही लगातार बर्फबारी का असर अब मध्यप्रदेश तक साफ नजर आ रहा है। ठंडी हवाओं के साथ प्रदेश में घना कोहरा और शीतलहर सक्रिय हो गई है, जिससे जनजीवन के साथ-साथ यातायात भी प्रभावित हुआ है।

22 जिलों में घना कोहरा

प्रदेश के ग्वालियर, चंबल, रीवा, सागर, जबलपुर और शहडोल संभाग के करीब 22 जिलों में घना कोहरा दर्ज किया गया। कई इलाकों में सुबह के समय दृश्यता घटकर महज 50 मीटर तक रह गई। ग्वालियर, मुरैना, टीकमगढ़, छतरपुर, सतना, रीवा और सीधी जैसे जिलों में कोहरे के साथ शीतलहर ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी। वहीं भोपाल, इंदौर, उज्जैन, सीहोर, रायसेन, विदिशा, शाजापुर और आगर-मालवा में मध्यम स्तर का कोहरा देखा गया।

सड़क और रेल यातायात पर असर

घने कोहरे की वजह से दतिया और रीवा जैसे इलाकों में सड़क यातायात के साथ-साथ रेल परिचालन भी प्रभावित हुआ। सुबह के समय कई ट्रेनों की रफ्तार धीमी करनी पड़ी, वहीं हाईवे पर वाहन चालकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

पचमढ़ी सबसे ठंडा, कई शहरों में पारा लुढ़का

प्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा, जहां न्यूनतम तापमान 4.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। रीवा में पारा 5.6 डिग्री और शहडोल के कल्याणपुर में 5.9 डिग्री तक गिर गया। भोपाल और इंदौर में न्यूनतम तापमान 8.8 डिग्री, जबलपुर में 9 डिग्री और ग्वालियर में 11.3 डिग्री दर्ज किया गया। राजगढ़, खजुराहो, सतना, बैतूल, मंडला, रायसेन और सागर जैसे जिलों में भी तापमान 7 से 9 डिग्री के बीच बना हुआ है।

नवंबर-दिसंबर में टूटे पुराने रिकॉर्ड

इस साल ठंड ने पुराने रिकॉर्ड भी तोड़ दिए हैं। भोपाल में नवंबर महीने के दौरान लगातार 15 दिन शीतलहर चली, जो 1931 के बाद सबसे लंबा दौर माना जा रहा है। 17 नवंबर की रात राजधानी में तापमान 5.2 डिग्री तक गिर गया था। इंदौर में भी करीब 25 साल बाद इतनी ठंडी रात दर्ज की गई, जबकि दिसंबर में दोनों शहरों में तापमान 5 डिग्री से नीचे पहुंच चुका है।

अगले दो दिन कैसा रहेगा मौसम

मौसम विभाग के अनुसार, 24 और 25 दिसंबर को प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में मौसम साफ रहने की संभावना है। हालांकि सुबह के समय हल्का कोहरा बना रह सकता है। साफ आसमान के बावजूद रात के तापमान में और गिरावट आ सकती है, जिससे ठिठुरन बढ़ेगी।

दिसंबर-जनवरी में क्यों बढ़ती है ठंड?

मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, दिसंबर और जनवरी मध्यप्रदेश के सबसे ठंडे महीने होते हैं। इस दौरान उत्तर भारत से आने वाली ठंडी हवाएं और सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) तापमान को तेजी से नीचे गिरा देते हैं। कई बार मावठा गिरने से दिन में भी ठंडक महसूस होती है।

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