उज्जैन: गले में अटका अंगूर, 16 महीने के बच्चे की दम घुटने से मौत, पश्चिम बंगाल से सामने बेचने आई थी महिला 

मध्यप्रदेश के उज्जैन में शुक्रवार (7 फरवरी) को 16 महीने के बच्चे की अंगूर खाने से मौत हो गई। उसके गले में अंगूर अटक जाने से सांस रुकने लगी और वह अचेत हो गया।

Updated On 2025-02-08 20:33:00 IST
उज्जैन: गले में अटका अंगूर, 16 महीने के बच्चे की दम घुटने से मौत, पश्चिम बंगाल से सामने बेचने आई थी महिला 

Ujjain child died due to suffocation: मध्यप्रदेश के उज्जैन में हैरान करने वाली घटना सामने आई है। शुक्रवार (7 फरवरी) को 16 महीने के बच्चे की अंगूर खाने से मौत हो गई। अंगूर उसके गले में अटक गया था, जिस कारण बच्चे की सांस अटक गई और दम घुटने से उसकी मौत हो गई। परिजन बच्चे को आनन-फानन में अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। 

अभिनंदन परिसर की घटना 
घटना उज्जैन के माधवनगर थाना क्षेत्र की है। पुलिस ने बताया कि पश्चिम बंगाल निवासी हाफीजा 31 जनवरी को अभिनंदन परिसर स्थित मेले में सामान बेचने आई थी। शुक्रवार शाम वह बैग बेच रही थी। मेले के हफीजा के साथ उसका 16 महीने का बेटा बाबू उर्फ अहद भी मौजूद था।

अंगूर निगलते ही अटक गई सांस
हफीजा ने अंगूर खरीदकर बेटे के पास रख दिए और अपने काम में जुट गई। इसी बीच बच्चे ने एक अंगूर गटक लिया। अंगूर निगलते ही उसकी सांस अटक गई और वह अचेत हो गया।

पीएम रिपोर्ट का इंतजार 
हफीजा पड़ोसी दुकानदारों की मदद से उसे निजी अस्पताल लेकर पहुंची, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। बताया कि बालक के गले में अंगूर फंसने की आशंका है। हालांकि, मौत की वजह शार्ट पीएम रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी। पुलिस ने शनिवार सुबह पोस्टमार्टम कराकर उसका शव परिजनों को सौंप दिया।  

क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
चिकित्सा विशेषज्ञों ने इस घटना पर चिंता जताई है। कहा, यह घटना भोजन करते समय सावधानी बरतने की आवश्यकता को रेखांकित करती है, विशेष रूप से छोटे और चिकने खाद्य पदार्थों के सेवन के दौरान। इस दौरान कुछ सावधानियां भी सुझाईं, ताकि, दोबारा ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। 

  • भोजन को छोटे टुकड़ों में काटें: अंगूर, चेरी या अन्य छोटे फलों का सेवन काटकर ही करें। खासकर बच्चों को देते समय इन बातों का विशेष ध्यान रखें। 
  • धीरे-धीरे चबाएं: भोजन को अच्छी तरह से चबाकर निगलें। ताकि, गले में फंसने का खतरा कम हो।
  • बैठकर खाएं: चलते-फिरते या दौड़ते समय यह फल खाने से बचें। ऐसे में भोजन फंसने गले में अटकने का जोखिम बढ़ जाता है।
  • बच्चों पर निगरानी रखें: छोटे बच्चों को छोटे और गोल खाद्य पदार्थ देते समय विशेष ध्यान दें और उन्हें निगरानी में रखें।

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आपात स्थिति में क्या करें? 
किसी के गला में भोजन अटक जाए और वह सांस न ले पा रहा हो तो तुरंत हाइमलिक मैन्युवर' (Heimlich Maneuver) का उपयोग करें। इससे गले में फंसी वस्तु बाहर निकालने में मदद मिलती है। हालांकि, इस दौरान सावधानी बरतनी भी जरूरी है। संभव हो तो चिकित्सा विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए।

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