लोकसभा से पहले कांग्रेस में भगदड़: पूर्व सांसद, पूर्व MLA और पूर्व महापौर सहित विंध्य के 37 नेता भाजपा में शामिल, जानें वजह

Quits Congress before Lok Sabha election: पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, संजय शुक्ला, विशाल पटेल सहित कांग्रेस के कई नेता भाजपा ज्वाइन कर चुके हैं। गुरुवार को विंध्य-महाकौशल के नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ले ली  

Updated On 2024-03-21 12:51:00 IST
Quits Congress before Lok Sabha election

Quits Congress before Lok Sabha election: कांग्रेस का प्रदेश नेतृत्व जहां मध्य प्रदेश की 18 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार तय करने में जुटा हुआ है, वहीं पार्टी के पुराने नेता एक-एक कर साथ छोड़ते जा रहे हैं। पिछले महीनेभर में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, संजय शुक्ला, विशाल पटेल, जावेद जफर सहित करीब आधा सैकड़ा कांग्रेस नेता भाजपा ज्वाइन कर चुके हैं। गुरुवार को कांग्रेस को विंध्य और महाकौशल में फिर बड़े झटका लगा। रीवा के पूर्व सांसद, सतना के पूर्व महापौर व पूर्व विधायक सहित कई नेता भाजपा की सदस्यता ले ली।  

विंध्य के यह नेता भाजपा में शामिल 

  1. देवराज सिंह पटेल, पूर्व सांसद रीवा
  2. यादवेंद्र सिंह, पूर्व विधायक नागौद 
  3. राजकुमार उरमलिया, पूर्व विधायक सिरमौर 
  4. पुष्कर सिंह तोमर--पूर्व महापौर, सतना
  5. सुधीर सिंह तोमर-- पूर्व नगरनिगम अध्यक्ष सतना
  6. संजय सिंह, जिला पंचायत सदस्य सतना
  7. देवदत्त सोनी, जिला पंचायत सदस्य मैहर
  8. रवीन्द्र सिंह सेठी--पूर्व पीसीसी सचिव 
  9. फूल सिंह टेकाम, सेवानिवृत्ति डीएसपी  सतना
  10. रमाकांत शुक्ला, सेवानिवृत्त सीएमओ चित्रकूट 
  11. यातेन्द सिंह, पूर्व जिला पंचायत सदस्य, नगौद
  12. नगेन्द्र सिंह लल्लू --पूर्व जनपद पंचायत उपाध्यक्ष मैहर
  13. मोलाई राम चौधरी--पूर्व मन्डी अध्यक्ष मैहर

MP Congress के यह नेता भाजपा में गए  

  • सतना जिले में नागौद विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे यादवेंद्र सिंह, पूर्व महापौर पुष्कर सिंह तोमर, सतना लोकसभा प्रत्याशी रहे सुधीर सिंह तोमर, चित्रकूट सीट विधानसभा प्रत्याशी रहे संजय सिंह कछवाह, रीवा से सांसद रहे देवराज सिंह, कांग्रेस के प्रदेश मंत्री देवदत्त सोनी, रावींद्र सेठी सहित अन्य नेता गुरुवार को भाजपा की सदस्यता ले ली। बुधवार शाम पूर्व सीएम शिवराज के साथ तस्वीरें साझा कर बगावत के संकेत दे दिए थे। सीएम मोहन यादव और वीडी शर्मा ने सदस्यता दिलाई।  
  • छिंदवाड़ा में  पूर्व विधायक और प्रोमेट स्पीकर रहे दीपक सक्सेना के बेटे अजय सक्सेना भी भोपाल पहुंच चुके हैं। उनके साथ पार्षद दल के नेता पंडित राम शर्मा, नरेश साहू, नंद किशोर सूर्यवंशी सहित छिंदवाड़ा जिले में सैकड़ों पदाधिकारी भी मौजूद हैं। गुरुवार दोपहर यह भी भाजपा ज्वाइन करेंगे।  
  • सतना में कांग्रेस के जिला प्रवक्ता रहे अतुल सिंह ने पिछले दिनों डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला के हाथों भाजपा की सदस्यता ली थी, तभी से कांग्रेस में बड़ी बगावत के संकेत मिलने लगे थे। अतुल भी अजय सिंह के बेहद करीबी माने जाते हैं। वह 12 साल से कांग्रेस प्रवक्ता की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। 
  • सतना में बगावत की आग शांत नहीं हुई, आगे भी कुछ बड़े नेताओं के दलबदल करने की चर्चा है। इनमें 2023 विधानसभा प्रत्याशी रहे रत्नाकर चतुर्वेदी और पूर्व महापौर राजराज त्रिपाठी सहित कुछ नेताओं के नाम प्रमुखता से लिए जा रहे हैं। यह नेता भी भाजपा ज्वाइन कर सकते हैं।  

कांग्रेस में बगावत की मुख्य कारण 

  • कांग्रेस छोड़कर भाजपा ज्वाइन करने वाले ज्यादातर नेता उपेक्षा और अनदेखी का आरोप लगाते हैं, लेकिन पार्टी छोड़ने की सिर्फ उपेक्षा ही वजह नहीं है। इसके अलावा भी कई कारण हैं। 
  • कांग्रेस का सिमटता जनाधार और भाजपा की कुशल रणनीति भी विरोधी नेताओं को अपनी ओर खींचती है। भरे मंच से गाली देने वाले नेताओं को भी भाजपा गले लगा रही है। 
  • कांग्रेस गिरती परफारमेंस और लगातार चुनाव हारने की वजह से पाटी के नेताओं में निराशा का भाव है। कांग्रेस में उन्हें अपना भविष्य दिखाई नहीं दे रहा। भाजपा में कॅरियर तलाश रहे हैं। 
  • राम मंदिर के मुद्दे पर कांग्रेस का स्टैंड पार्टी के कई सीनियर नेताओं को समझ नहीं आया। रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के निमंत्रण को ठुकराने को सनातन संस्कृति के अनादर से जोड़कर देख रहे हैं। 
  • कांग्रेस की बदली हुई विचारधारा और दलित-पिछड़ों और ओबीसी के प्रति राहुल गांधी की उदारता भी दलबदल की वजह बन रही है। राहुल गांधी हर मंच पर जिस तरीके से जातिगत जनगणना और सरकारी नौकरियों में भेदभाव का मुद्दा उठाते हैं, वह भी नुकसानदेह साबित हो रहा है। 

 

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