रतलाम में पुलिस पिटाई से दुखी होकर युवक ने फंदा लगाकर दी जान, लोगों ने थाने में टेबल पर शव रखकर किया प्रदर्शन

रतलाम में पुलिस की गुंडागर्दी का मामला सामने आया है। छावनी झोड़िया गांव में दोस्तों के साथ खड़े युवक को पेट्रोलिंग करने आई पुलिस ने बेवजह पीट दिया। इससे खुदी होकर युवक ने फांसी लगा दी। रविवार को परिजनों ने थाने के अंदर टेबल पर शव रखकर प्रदर्शन किया।

Updated On 2024-01-28 17:06:00 IST
थाना घेरकर प्रदर्शन करते लोग।

भोपाल। रतलाम में पुलिस ने एक युवक की पिटाई कर दी। पिटाई से दुखी होकर युवक ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। खुदकुशी के बाद गुस्साए लोग रविवार को थाने पहुंचे। परिजनों ने थाने में ही टेबल पर युवक का शव रखकर धरना प्रदर्शन किया। समाज के लोगों ने कहा कि पूरे थाने का स्टाफ बदला जाए। नहीं तो शव को थाने में ही जलाएंगे। प्रशासन ने मृतक के परिजनों को 2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता का चेक दिया। जिसके बाद धरना खत्म हुआ। जानकारी के मुताबिक, विधायक कमलेश्वर डोडियार भी मौके पर पहुंचे। परिजनों को शव के अंतिम संस्कार के लिए राजी किया। जिसके बाद परिजन शव लेकर रवाना हो गए।  

पुलिसवालों से पीटने का कारण पूछा तो किसी ने कुछ नहीं बताया 
मामला रतलाम जिला मुख्यालय से 50 किमी दूर बाजना थाना क्षेत्र के छावनी झोड़िया गांव का है। 25 जनवरी की रात 1.10 बजे गणेश मईडा (23) अपने दोस्तों के साथ खड़ा था। इस दौरान बाजना थाने से डायल 100 की टीम पेट्रोलिंग पर गांव आई थी। पुलिस की पेट्रोलिंग टीम ने पूछताछ की। ड्यूटी पर तैनात आरक्षक शफीउल्ला खान ने पूछताछ के दौरान युवक को चांटे मार दिए। दूसरे दिन 26 जनवरी को युवक थाने पहुंचा। उसने पुलिसकर्मियों से उसे पीटने का कारण पूछा। किसी ने कुछ नहीं बताया। परिजन का कहना है कि इसे लेकर वह परेशान था। उसने 27 जनवरी की दोपहर डेढ़ बजे अपने घर पर फांसी लगा ली।  

आरोपी पुलिसकर्मी को निलंबित किया गया 
परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उसके साथ बेवजह मारपीट की थी, जिससे दुखी होकर उसने जान दे दी। इसके बाद शनिवार को भी गुस्साए लोगों ने कार्रवाई की मांग को लेकर बाजना थाने पर 8 घंटे से ज्यादा समय तक प्रदर्शन किया था। जिसके बाद आरोपी पुलिसकर्मी को पहले निलंबित और फिर उसके खिलाफ केस दर्ज किया गया था।

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