बेटियों ने निभाया बेटे का फर्ज: सागर में रिटायर्ड ASI हरिश्चंद्र अहिरवार के निधन पर 9 बेटियों ने दिया कंधा, नम हुईं सबकी आंखें

सागर के मरकोनिया में रहने वाले रिटायर्ड ASI हरिश्चंद्र अहिरवार ब्रेन हेमरेज से निधन हो गया था, उनके बेटे नहीं थे, इसलिए बेटियों ने अंतिम संस्कार करने का निर्णय लिया।

Updated On 2024-02-27 18:32:00 IST
सागर जिले के मरमोनिया में ASI पिता के निधन पर मुखाग्नि देतीं बेटियां।

9 daughters perform last rites in Sagar: मध्य प्रदेश के सागर जिले में रिटायर्ड ASI हरिश्चंद्र अहिरवार के निधन पर उनकी 9 बेटियों ने न सिर्फ पिता को कंधा दिया, बल्कि उन्हें मुखाग्नि भी दी। बुंदेलखंड में सामान्य तौर पर किसी के अंतिम संस्कार में महिलाएं शामिल नहीं होतीं, लेकिन ASI हरिश्चंद्र की बेटियों ने पिता का अंतिम संस्कार कर समाज को जागरूकता संदेश देने की कोशिश की है। 

रिटायर्ड एएसआई हरिशचंद्र अहिरवार सागर जिले के मकरोनिया में परिवार के साथ रहते थे। वह बटालियन से रिटायर्ड थे। पिछले दिनों ब्रेन हेमरेज के चलते निधन हो गया। हरिशचंद्र के बेटा नहीं था। लिहाजा, उनकी 9 बेटियों ने बेटे का धर्म निभाते हुए पिता का अंतिम संस्कार पूरे रीति-रिवाज के साथ करने का निर्णय लिया। हरिशचंद्र के 7 बेटियों की शादी हो गई है। जबकि, रोशनी और गुड़िया अभी अविवाहित हैं। 

बुंदेलखंड में अंतिम संस्कार तो दूर महिलाओं का श्मशान में जाना तक वर्जित है, लेकिन ASI पिता के निधन पर बुंदेलखंड की इन बेटियों ने अंतिम संस्कार की जो हिम्मत दिखाई, वह सराहनीय है। हरिशचंद्र की बेटियों के इस निर्णय को जिसने भी देखा और सुना, शाबाशी देते नजर आए। कहा, इससे समाज में सकारात्मक संदेश जाएगा।  

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