पुणे पोर्श एक्सीडेंट पर राहुल गांधी का वीडियो: बोले-ट्रक-बस ड्राइवर से निबंध क्यों नहीं लिखाते, इसलिए हम अन्याय के खिलाफ लड़ रहे

Pune Porsche accident: पुणे हिट एंड रन केस में मध्यप्रदेश के दो इंजीनियर्स की मौत पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर वीडियो शेयर किया।

Updated On 2024-05-22 10:06:00 IST
Rahul Gandhi

Pune Porsche accident: पुणे हिट एंड रन केस में मध्यप्रदेश के दो इंजीनियर्स की मौत पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर वीडियो शेयर किया। राहुल ने कहा कि अगर ओला-उबर, ऑटो, बस और ट्रक ड्राइवर गलती से किसी को मार देते हैं तो 10 साल की सजा हो जाती है। चाबी उठाकर फेंक देते हैं। अमीर घर का लड़का शराब पीकर पोर्शे कार चलाता है और दो लोगों की हत्या कर देता है तो उससे सिर्फ निबंध लिखवाया जाता है। बस-ट्रक ड्राइवर से क्यों निबंध नहीं लिखवाते। ओला-उबर, ऑटो ड्राइवर से क्यों निबंध नहीं लिखते।

इसलिए हम अन्याय के खिलाफ लड़ रहे हैं 
राहुल ने आगे कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा गया- दो भारत बन रहे हैं। एक अरबपतियों और दूसरा गरीबों का। उनका जवाब आता है- क्या मैं सबको गरीब बना दूं? सवाल ये नहीं। सवाल ये है कि अमीरों और गरीबों दोनों को न्याय मिलना चाहिए। न्याय सबके लिए एक जैसा होना चाहिए। इसलिए हम लड़ रहे हैं। अन्याय के खिलाफ लड़ रहे हैं।

देवेंद्र फडणवीस ने फैसले से हैरानी जताई 
उधर, महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी कोर्ट के फैसले पर हैरानी जताई है। फडणवीस ने कहा कि दो लोगों की मौत के बावजूद जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने नरम रुख अपनाया। जबकि, पुणे पुलिस ने बोर्ड को दिए अपने आवेदन में कहा था कि आरोपी के उम्र 17 साल, 18 महीने है।

हादसे पर निबंध लिखने की सजा सुनाते हुए दी जमानत
18 मई की रात 2.15 बजे जबलपुर की अश्विनी और उमरिया के अनीश रेस्टोरेंट से निकलकर बाइक से जा रहे थे। कल्याणी नगर के पास पुणे के बिल्डर के नाबालिग बेटे ने तेज रफ्तार पोर्शे कार दौड़ाते हुए दोनों को कुचल दिया था। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई थी। कोर्ट (किशोर न्याय बोर्ड) ने नाबालिग को घटना के 15 घंटे के अंदर ही जमानत दे दी। पुणे के जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने नाबालिग को हादसे पर निबंध लिखने की सजा सुनाते हुए जमानत दे दी।

अश्विनी जबलपुर तो अनीश उमरिया के रहने वाले थे 
अश्विनी की फैमिली जबलपुर के साकार हिल्स में रहती है। परिवार में सबसे छोटी होने की वजह से वे सबकी लाड़ली थी।  पिता सुरेश कोष्टा जबलपुर में बिजली विभाग में कार्यालय सहायक हैं।  अश्विनी 2 साल से पुणे में थीं।  अनीश उमरिया के बिरसिंहपुर पाली के रहने वाले थे। अनीश एक माह पहले घर आया था। कंपनी से फोन आने के बाद वापस पुणे चला गया था। अनीश ने ग्रेजुएशन पुणे से किया और यहीं जॉब लग गई। दोनों का मंगलवार को अंतिम संस्कार किया गया। 

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