मध्य प्रदेश में हड़ताल के दौरान ट्रक ड्राइवर्स की औकात पूछने वाले शाजापुर कलेक्टर को सरकार ने हटाया, IAS ऋझु बाफना को कमान
ट्रक ड्राइवर्स की की बैठक में शाजापुर कलेक्टर किशोर कन्याल ने औकात की बात करते हुए कहा था क्या कर लोगे, इस पर एक्शन लेते हुए CM मोहन यादव ने पद से हटा दिया
भोपाल। मध्यप्रदेश की मोहन यादव सरकार ने देशव्यापी हड़ताल के दौरान ट्रक ड्राइवर्स से औकत पूछने वाले शाजापुर कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल को पद से हटा दिया। उन्हें मंत्रालय में उपसचिव के पद पर पदस्थ किया गया है। वहीं, शाजापुर में कलेक्टर के तौर पर 2014 बैच की IAS अधिकारी ऋजु बाफना को जिम्मेदारी सौंपी गई है। IAS ऋजु बाफना अब तक नरसिंहपुर में कलेक्टर थीं।
आग में पेट्रोल डालना इसे ही कहते हैं। @collectorshajap किशोर कन्याल ने ट्रक ड्राइवर से कहा- औकात क्या है तुम्हारी? ड्राइवर बोला- यही तो लड़ाई है कि हमारी कोई औकात नहीं। कलेक्टर साहब #HitANDRun कानून के चलते हुई हड़ताल को खत्म कराने ट्रक ड्राइवरों से बात कर रहे थे। pic.twitter.com/aBlMDThsEA
— Prabhu Pateria (@PrabhuPateria) January 2, 2024
'अधिकारियों को गरीबों के काम और भाव दोनों का सम्मान करना चाहिए'
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) January 3, 2024
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि शाजापुर में ट्रक ड्राइवरों और प्रशासन के बीच हुई बैठक के दौरान अफसरों द्वारा जिन शब्दों का उपयोग किया गया, उसकी वह निंदा करते हैं। अफसरों की गलती बर्दाश्त नहीं की जाएगी,… pic.twitter.com/Vov025A8Ml
भाषा की मर्यादा सीखें अधिकारी
ट्रक ड्राइवर से औकात पूछने वाला कलेक्टर का यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के संज्ञान में मामला आया तो बुधवार सुबह उन्होंने शाजापुर कलेक्टर किशोर कन्याल को पद से हटाने के निर्देश दे दिए। CM ने कहा, मनुष्यता के नाते ऐसी भाषा हमारी सरकार में बर्दाश्त नहीं है। अधिकारी भाषा और व्यवहार का ध्यान रखें। ऐसी भाषा बोलने वाले अफसरों को मैदान में रहने का हक नहीं है।
सालभर पहले पेश की थी सादगी की मिसाल
IAS कुनाल कुमार सालभर पहले बेटी की शादी में बेसहारा लोगों को होटल में शानदार भोज देकर चर्चा में आए थे। उस समय वह ग्वालियर में नगर निगम कमिश्नर थे। इस समारोह में IAS किशोर कान्याल के साथ उनकी बेटी और पत्नी खुद बेसहारा लोगों को भोजन परोसकर सादगी की मिसाल पेश की थी।