Guna Plane Crash: नीमच से उड़ान भरकर सागर जा रहा वायु सेना का विमान अचानक तालाब किनारे गिरा, ट्रेनी पायलट जख्मी

Guna Plane Crash, मध्यप्रदेश के गुना में बड़ा हादसा हो गया। नीमच से उड़ान भरकर सागर जा रहा भारतीय सेना का ट्रेनी एयरक्राफ्ट क्रैश होकर गुना में तालाब किनारे गिर गया। हादसे में ट्रेनी पायलट घायल हो गई। विमान पूरी तरह से टूट गया। इंजन में खराबी आने के कारण हादसा हुआ।

Updated On 2024-03-06 18:42:00 IST
हादसे के बाद विमान पूरी तरह टूट गया है।

भोपाल। गुना में बड़ा हादसा हो गया। नीमच सागर जा रहा भारतीय सेना का ट्रेनी एयरक्राफ्ट अचानक क्रैश होकर गुना में तालाब किनारे गिर गया। इंजन में खराबी आने के कारण यह हादसा हुआ है। एयरक्राफ्ट उड़ा रही ट्रेनी पायलट नैंसी मिश्रा घायल हो गई। सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस और प्रशासन की टीम पहुंच गई। घायल ट्रेनी पायलट को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है।

हादसे में विमान पूरी तरह टूट गया 
जानकारी के मुताबिक, ट्रेनी पायलट ने गुना एरोड्रम पर विमान उतारने की परमिशन मांगी। इस बीच रनवे पर उतरते समय विमान पेड़ से टकरा गया और तालाब किनारे झाड़ियों में जा गिरा। हादसा शाम को 4 बजे हुआ। हादसे के बाद विमान पूरी तरह से टूटा दिख रहा है। अधिकारियों का कहना है कि विमान में कुछ खराबी आ गई थी। इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई थी, इसी दौरान हादसा हो गया। 

ट्रेनी विमान चाइम्स एविएशन एकेडमी का है 
सूचना मिलते पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। जहां विमान क्रैश हुआ, उस इलाके को चारों तरफ से सील कर दिया है। वहां जाने की अनुमति किसी को नहीं दी जा रही। सीआईडी की टीम ने भी मौके पर पहुंचकर मुआयना किया। जानकारी के मुताबिक, ट्रेनी विमान चाइम्स एविएशन एकेडमी का था। ये कंपनी सागर के ढाना में एयरक्राफ्ट उड़ाने की ट्रेनिंग देती है।

एक दिन पहले बिहार के गया में गिरा था विमान 
एक दिन पहले मंगलवार को बिहार के गया में सेना का माइक्रो लाइट एयरक्राफ्ट क्रैश अचानक खराब होकर गेहूं के खेत में गिर गया था। एयरक्राफ्ट में बैठे दोनों पायलट (महिला-पुरुष) को गांव वालों ने बाहर निकाला था। तकनीकी खराबी के कारण एयरक्राफ्ट क्रैश हुआ था। हादसा बोधगया थाना क्षेत्र के बगदाहा गांव के कंचनपुर में हुआ था। घटना के बाद ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई थी।

इसलिए जान-माल का खतरा नहीं 
एयरक्राफ्ट को सेना के अधिकारी ट्रेनिंग के लिए इस्तेमाल करते हैं। एयरक्राफ्ट की डिजाइन इस तरीके से की जाती है कि किसी तरह की अनहोनी की स्थिति में जान माल का नुकसान नहीं न सके। माइक्रो लाइट एयरक्राफ्ट से बाहर निकलने के बाद दोनों पायलट ने इसकी सूचना ओटीए ऑफिस को भी दी। इसके बाद प्रशिक्षण अकादमी के पदाधिकारी टीम के साथ मौके पर पहुंचे।

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