हरदा पटाखा फैक्ट्री ब्लास्ट: श्रम मंत्री प्रहलाद पटेल ने लौटाई जांच रिपोर्ट, पूछा किस आधार पर कराई श्रमिकों की पहचान

Harda Firecracker Factory Blast: श्रम मंत्री ने जांच अधिकारियों से पूछा कि श्रमिकों की आइडेंटिटी किस आधार पर की है। मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा, यदि 2015 में भी इसी फैक्ट्री में हादसा हुआ था तो श्रमिकों एनरोलमेंट क्यों नहीं हुआ।

Updated On 2024-03-12 16:57:00 IST
विभागीय अधिकारियों की बैठक लेते श्रम मंत्री प्रहलाद पटेल

Harda Firecracker Factory Blast: मध्य प्रदेश के श्रम मंत्री प्रहलाद पटेल हरदा पटाखा फैक्ट्री ब्लास्ट की जांच से संतुष्ट नहीं है। सोमवार को उन्होंने अफसरों द्वारा प्रस्तुत जांच रिपोर्ट को लौटाते हुए अफसरों से कुछ सवाल किए हैं। श्रम मंत्री ने जांच अधिकारियों से पूछा कि श्रमिकों की आइडेंटिटी किस आधार पर की है। मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा, यदि 2015 में भी इसी फैक्ट्री में हादसा हुआ था तो श्रमिकों एनरोलमेंट क्यों नहीं हुआ। मंत्री ने बताया कि बीड़ी, अगरबत्ती, खेती का काम करने वाले श्रमिकों की मजदूरी 25 फीसदी बढ़ाने के फैसले की जानकारी दी। कहा, बढ़ी हुई मजदूरी 1 अप्रैल से मिलेगी।  

श्रम मंत्री प्रहलाद पटेल ने अफसरों से सवाल करते हुए कहा, हरदा पटाखा फैक्ट्री ब्लास्ट में अभी जो पीड़ित हैं, पब्लिक में उनकी संख्या ज्यादा बताई जा रही है। मंत्री पटेल ने कहा, मजदूरों की संख्या तो 32 ही है, लेकिन जब सूची ही नहीं हैं तो सत्यापन कैसे किया? किसी घायल से पूछकर उसे श्रमिक तो नहीं बता सकते न। इंडस्ट्री में काम करने वाले श्रमिकों का नाम ही नहीं है तो उनके साथ न्याय कैसे होगा। 

 गड़बड़ी करने वाले अफसरों को सेवा का अधिकार नहीं
श्रम मंत्री ने अफसरों से कहा, हरदा कलेक्टर या विभाग के पास कोई पेपर हो तो दिखाएं। अन्यथा हमें अपने मैकेनिज्म पर विचार करना करना पड़ेगा। क्या तरीका अपनाएं कि प्रभावित परिवारों को न्याय मिल सके। साथ ही जांच में हुई देरी पर भी चिंता जताई। कहा, गड़बड़ी करने वाले अफसरों को सेवा करने का अधिकार नहीं है। 

संबल योजना फर्जीवाड़े में रिकवरी की तैयारी 
मंत्री प्रहलाद पटेल ने भोपाल नगर निगम में संबल योजना के नाम पर हुए फर्जीवाड़े पर भी चिंता जताई। कहा, मामले की जानकारी मिली है। नगर निगम के 6 अफसर निलंबित किए गए हैं। रिकवरी के लिए पीएस को पत्र लिखा है। हम प्रक्रिया भ बदलने जा रहे हैं। साथ ही पता करा रहे हैं कि बिना पंचनामा के कैसे भुगतान हो गया। 

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