Bhopal : गौहर महल में 12वें भोपाल पॉटर्स मार्केट का आयोजन, नाटक निर्गुण गलियां का हुआ मंचन

30 मिनट के नाटक निर्गुण गलियां कबीर के चरित्र का दर्शाता है। इसमें कबीर की पंक्तियों को इस तरह इस्तेमाल किया की कबीर के विचार, जाति भेदभाव आदि मुद्दों को दिखाया गया।

Updated On 2024-11-30 20:27:00 IST
Gauhar Mahal 12th Bhopal Potters Market organized

आशीष नामदेव, भोपाल। गौहर महल में चल रहे 12वें भोपाल पॉटर्स मार्केट में शनिवार का दिन सबके लिए मनोरंजन से भरा रहा। यहां दिन में उदयपुर के शकीब, भोपाल के सौरभ, नई दिल्ली की ऋचा शिवांगी और सिलिगुरी की शायोनी दास ने झुमर, ड्रम, साउथ अफ्रीका का बी जंबे और हैंडजोन ( क्लब बॉक्स ) से लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। जो भी वहां मौजूद था वो क्लब बॉक्स की धुन पर झूमता हुआ नजर आ रहा है, पूरा माहौल खुशियों से भरा हुआ रहा है। तो वहीं सीआईसीओ स्टूडियो के हिमांशु सरावगी ने लोगों को एक स्पेशल गेम खिलाया, जिसमें लोगों ने एक चिट उठाई और जो लक्की नंबर लगा तो उस नंबर पर रखा पॉट व गिफ्ट लोगों को फ्री में दिया गया। इसके आगे ही शाम को नाटक निर्गुण गलियां का मंचन किया गया।

हम सबके अंदर एक कबीर है, बस पहचानने की जरूरत
30 मिनट के नाटक निर्गुण गलियां कबीर के चरित्र का दर्शाता है। इसमें कबीर की पंक्तियों को इस तरह इस्तेमाल किया की कबीर के विचार, जाति भेदभाव आदि मुद्दों को दिखाया गया। जिससे की लोग इस बारे में आसानी से समझ सकें। इस नाटक में 30 बच्चों ने अपने अभिनय का जादू बिखेरा, इस नाटक के जरिए लोगों को यह समझाया गया कि हर व्यक्ति के अंदर एक कबीर होता है, बस पहचान करने का नजरिया अलग होता है, अपने अंदर के कबीर को पहचानना जरूरी है। ताकि हम जाति भेदभाव न करें, विचारों को समझ सकें। इस नाटक में कबीर की पंक्ति रंग महल में अजब शहर में... तेरा किया कर्म छूट जाएगा... तेरी चौरासी छूट जाएगी.... सुन ले साधु... ने श्रोताओं को कबीर की याद दिला दी।

काले रंग के लैंप से घर को बनाएं सुंदर
समिका राठौर बताती है कि वो करीब 10 साल से मिट्टी और स्टोन के डेकोरेशन की चीजें बना रही है। जिसको लोग काफी पसंद करते है। इतना ही नहीं बल्कि एक काले रंग का लैंप भी उन्होंने बनाया है जिसमें तीन दिन का वक्त लगा। साथ ही उन्होंने वॉल हैंगिंग लाइट लैंप बनाया है। जो घर के साज सज्जा के लिए के लिए काफी सुंदर है।

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