बागेश्वर बाबा की पदयात्रा: झांसी में धीरेंद्र शास्त्री पर फेंका मोबाइल, द ग्रेट खली ने चोटी पकड़कर साधु को उठाया

बागेश्वर बाबा धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की पदयात्रा 6 दिन में 80 किमी चल चुकी है। मंगलवार (26 नवंबर) को यात्रा शुरू होते ही किसी ने धीरेंद्र शास्त्री पर मोबाइल फेंका।

Updated On 2024-11-26 17:17:00 IST
Bageshwar Baba Padyatra

Bageshwar Baba Padyatra: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की पदयात्रा का मंगलवार (26 नवंबर) को छठवां दिन है। 9 दिवसीय 'सनातन हिंदू एकता' अभी उत्तर प्रदेश में है। मऊरानीपुर के ग्रामोदय में रात्रिविश्राम के बाद मंगलवार सुबह 9 बजे यात्रा शुरू हुई। रामवन होटल के पास फूलों के साथ किसी ने धीरेंद्र शास्त्री को मोबाइल फेंककर मारा। मोबाइल लगने पर धीरेंद्र शास्त्री बोले कि जिसने भी फूलों के साथ मोबाइल फेंककर मारा है, वो मोबाइल मुझे मिल गया है। 

मेरे ऊपर हमला नहीं हुआ है
बागेश्वर बाबा पर फूलों के साथ मोबाइल फेंकने की घटना के थोड़ी देर बाद अफवाह फैलने लगी कि बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पर हमला हुआ है। मामला पुलिस तक पहुंच गया। इसके तुंरत बाद धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बीच यात्रा लाउडस्पीकर से अनाउंस किया। धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि पुलिस ने सूचना दी कि आप पर हमले की सूचनाएं चल रही हैं। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं मेरे ऊपर किसी तरह का हमला नहीं हुआ। फूल फेंकते समय किसी श्रद्धालु का मोबाइल गलती से आकर लगा था। किसी तरह की साजिशें नहीं चल रही हैं। दोनों ही प्रदेश का शासन-प्रशासन सख्त है।

6 दिन में 80 किमी चली यात्रा 
राष्ट्रगान, हनुमान चालीसा और मंत्रोच्चारण के बाद शुरू हुई यात्रा मंगलवार को 17 किमी का सफर तय करेगी। यात्रा झांसी के घुघसी गांव पहुंचेगी। यहीं पर रात्रि विश्राम होगा। 6  दिन में धीरेंद्र शास्त्री 80 किमी की दूरी तय कर चुके हैं। यात्रा में शामिल होने आए खली को पंडित धीरेंद्र शास्त्री के साथ चल रहे एक साधु ने चोटी पकड़कर उठाने को कहा। खली ने चोटी पकड़कर साधु को उठा लिया।

100 करोड़ हिंदुओं की यात्रा
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि यात्रा के माध्यम से देश के कोने-कोने के हिंदुओं को जगा देंगे। यह 100 करोड़ हिंदुओं की यात्रा है। आने वाले 10 से 20 साल बाद यदि इन यात्राओं के प्रयोग नहीं हुए तो देश गृह युद्ध झेलेगा। लाखों की जनहानि होगी। देश को गृहयुद्ध से बचाना जरूरी है। देश की सबसे बड़ी पीड़ा जात-पात, भेदभाव, छुआछूत, अगड़ा-पिछड़ा है। यह लड़ाई देश को खा रही है, तोड़ रही है। 

संजय दत्त बोले-मैं उनके साथ ऊपर भी जा सकता हूं 
पंडित धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा में सोमवार को अभिनेता संजय दत्त शामिल हुए। संजय दत्त ध्वज लेकर 2 किमी तक पैदल चले। संजय दत्त ने कहा कि धीरेंद्र शास्त्री मेरे छोटे भाई हैं। जिन्हें मैं गुरुजी कहता हूं। ये जो काम कर रहे हैं, यह बहुत ही बड़ा काम है। उनके लिए मैं कहीं भी खड़ा हो सकता हूं और खड़ा रहूंगा। यदि गुरुजी मुझे कहें कि संजू बाबा, मेरे साथ ऊपर भी चलो, तो मैं उनके साथ चलूंगा। गुरुजी हमेशा आपके साथ रहेंगे और मैं हमेशा उनके साथ हूं।

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