MP मानसून सत्र Day 3: सौ करोड़ की सौगात या सियासी संग्राम? जानें पल-पल की अपडेट्स

मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र का तीसरा दिन है। अनुपूरक बजट में ₹100 करोड़ की सौगात।

Updated On 2025-07-30 17:53:00 IST

मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र का तीसरा दिन है। 

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन सदन में राजनीतिक घमासान देखने को मिला। जहां सरकार की ओर से आज कुल 4 विधेयक पेश किए गए, वहीं विपक्ष ने अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान सरकार को कई मुद्दों पर घेरा। उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने एक और वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने तीन विधेयक सदन में प्रस्तुत किए।

वसूली, फंड और भ्रष्टाचार का आरोप

कांग्रेस विधायक ओमकार सिंह मरकाम ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, “ट्रांसफर के नाम पर वसूली हो रही है और सत्ताधारी दल के विधायकों को 15-15 करोड़ की राशि विकास के नाम पर दी जा रही है, जबकि विपक्षी विधायकों को अनदेखा किया जा रहा है।”

सड़कें बह रहीं हैं, जवाबदेही नहीं: लखन घनघोरिया

कांग्रेस विधायक लखन घनघोरिया ने प्रदेश में सड़क निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “पहले सड़कों पर एक बारिश का असर नहीं होता था, लेकिन अब 40 दिन में सड़कें उखड़ रही हैं।”

उन्होंने जबलपुर का उदाहरण देते हुए कहा कि, “56 करोड़ की सड़क एक ही बारिश में बह गई। अधिकारी सिर्फ दिखावे की कार्रवाई करते हैं, जमीनी स्तर पर कुछ नहीं होता।” सरकार की ओर से इन आरोपों का तुरंत जवाब तो नहीं आया, लेकिन संभावना है कि आने वाले दिनों में सदन में इन विषयों पर तीखी बहस और सफाई देखने को मिलेगी।

पेसा कानून को सही ढंग से लागू करने की मांग
मानसून सत्र के तीसरे दिन बुधवार को सत्र शुरू होने से पहले ही सियासी पारा चढ़ गया। कांग्रेस विधायकों ने सदन से पहले जोरदार प्रदर्शन करते हुए सरकार पर आदिवासी विरोधी नीतियों का आरोप लगाया। विधायकों का कहना था कि राज्य सरकार पेसा कानून को सही ढंग से लागू नहीं कर रही है और आदिवासी समुदाय को वन क्षेत्रों से जबरन बेदखल किया जा रहा है। कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर विधानसभा भवन के बाहर नारेबाजी की और सरकार से स्पष्ट जवाब मांगा है।

मंत्री प्रहलाद पटेल का पलटवार

इस विरोध के जवाब में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल ने विपक्ष पर तीखा पलटवार किया। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है जिन्होंने जीवन में कुछ नहीं किया, उन्हें मूल्यांकन का भी अधिकार नहीं है। पेसा कानून को लेकर जिस तरह से कार्य किया गया है, वह बेहतरीन है।"

मंत्री के इस बयान के बाद सियासी बहस और तेज हो गई है। विपक्ष इसे आदिवासी हितों के प्रति सरकार की उदासीनता बता रहा है, वहीं सरकार का दावा है कि पेसा एक्ट के तहत हर ज़रूरी कदम उठाए जा रहे हैं।

मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र का तीसरा दिन वित्तीय चर्चाओं और विकास योजनाओं पर केंद्रित रहने वाला है। सदन में राज्य की आर्थिक स्थिति, लोक सेवा विभागों की जरूरतें और विकास कार्यों पर विस्तार से बहस होगी।

मंगलवार को डिप्टी सीएम और वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने सदन में ₹2356.80 करोड़ का अनुपूरक बजट पेश किया था, जिसमें ₹1003.99 करोड़ राजस्व मद और ₹1352.81 करोड़ पूंजीगत मद में प्रस्तावित हैं।

विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने आज इस बजट पर चर्चा के लिए दो घंटे का विशेष समय निर्धारित किया। सदन में विभिन्न विभागों से जुड़े बजट प्रस्तावों को लेकर भी चर्चा जारी रही।

बारिश से टूटी सड़कें, अब मिलेंगे ₹100 करोड़

राज्य में हालिया बारिश के चलते कई सड़कों की हालत बेहद खराब हो गई है। दुर्घटनाओं की आशंका और जनता की परेशानी को देखते हुए सरकार ने 100 करोड़ रुपए का विशेष प्रावधान सड़कों की मरम्मत, पुनर्निर्माण और नए सड़क नेटवर्क के लिए किया है। इससे राज्य की ट्रैफिक व्यवस्था और आवागमन में बेहतर सुधार की उम्मीद है।

पुलिस और कानून व्यवस्था के लिए भी बजट

गृह विभाग को इस अनुपूरक बजट में 5 करोड़ रुपए, जबकि पुलिस बल की प्रतिपूर्ति और अपराध नियंत्रण के लिए 57 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा स्वास्थ्य सेवाओं और नगरीय विकास के लिए भी कुल ₹100 करोड़ आवंटित किए गए हैं।

पुल और सड़क निर्माण को मिली मजबूती

लोक निर्माण विभाग को पुल निर्माण के लिए ₹50 करोड़, जिला मार्गों के उन्नयन के लिए ₹40 करोड़, और सड़क निर्माण के लिए अतिरिक्त ₹10 करोड़ की जरूरत बताई गई है, जिसे बजट में शामिल किया गया है। इन योजनाओं से न केवल अधूरी परियोजनाएं पूरी होंगी, बल्कि प्रदेश की यातायात संरचना में भी बड़ा सुधार देखने को मिलेगा।

Live Updates
2025-07-30 16:37 IST

ट्रांसफर के नाम पर वसूली हो रही: मरकाम

विधायक ओमकार सिंह मरकाम ने कहा कि मजदूर मजदूरी कर नहीं पा रहे। आउटसोर्स के माध्यम से शोषण किया जा रहा है। आशा कार्यकर्ता दिन रात मेहनत करते हैं और पैसा मांगते हैं तो समय पर नहीं देते। आउटसोर्स और संविदा कर्मचारी काम न करें तो मंत्रालय और दूसरे विभागों में काम पूरा नहीं हो पाएगा

स्वास्थ्य क्षेत्र में भवन, उपचार की सुविधा, पीने का पानी उचित व्यवस्था नहीं दे पा रहे हैं। विधायकों के साथ अन्याय हो रहा है। सत्ता पक्ष के विधायकों को 15-15 करोड़ रुपए मिल रहे हैं और विपक्ष के विधायकों को विकास के लिए राशि नहीं दी जा रही है। सरकार अगर 15 करोड़ विपक्ष के विधायकों को नहीं देगी तो हम संघर्ष करेंगे और सरकार नहीं चलने देंगे

उन्होंने कहा कि चार करोड़, दस करोड़ की वसूली ट्रांसफर के माध्यम से की जा रही है। विधायक मरकाम ने कहा कि ट्रांसफर उद्योग के नाम पर एक नया फंड जनरेट हो गया है। ट्रांसफर उद्योग चलाने से अधिकारी कर्मचारी परेशान हैं।

2025-07-30 14:59 IST

सदन में आज 4 विधेयक पेश किए गए

विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर की अनुमति के बाद आज 4 विधेयक सदन में पेश किए गए। उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने मध्य प्रदेश विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक 2025 पेश किया। उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने तीन विधेयक पेश किए। पहला भारतीय स्टांप मध्य प्रदेश संशोधन विधेयक 2025, दूसरा रजिस्ट्रीकरण मध्य प्रदेश संशोधन विधेयक 2025 और तीसरा भारतीय स्टांप मध्य प्रदेश द्वितीय संशोधन विधेयक 2025 किया।

2025-07-30 12:48 IST

भू-अधिकार पत्र दिया, लेकिन रजिस्ट्री नहीं कराई- सिंघार

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि सरकार ने यहां के लोगों को भू अधिकार पत्र दे दिया, लेकिन रजिस्ट्री नहीं कर रही है। स्वामित्व दे दिया है लेकिन बाकी सुविधा नहीं दे रहे। इस मामले में कोई टाइम लिमिट तय की जानी चाहिए। इस पर पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि कलेक्टर से इस मामले में जानकारी लेकर निराकरण का काम करेंगे।

2025-07-30 11:54 IST

सतना जिले के नक्शा विहीन राजस्व ग्रामों का मुद्दा उठाया

भाजपा विधायक विक्रम सिंह ने सतना जिले के नक्शा विहीन राजस्व ग्राम का मामला उठाया। इसमें जवाब मिला कि 214 गांव अभी नक्शा विहीन हैं। 126 गांव को डिजिटाइज्ड किया गया है और 118 के ऊपर भी कार्रवाई हो रही है। राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा ने कहा कि जल्द से जल्द इसका निराकरण करेंगे।

2025-07-30 11:53 IST

कोरोनाकाल में मृत कर्मचारियों के परिजन को नौकरी देने का उठा मुद्दा

प्रश्नोत्तर काल के दौरान कांग्रेस विधायक चौधरी सुजीत सिंह ने कोरोना काल में मृत कर्मचारियों के परिजन को अनुकंपा नियुक्ति देने का मामला उठाया। इसके जवाब में उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि इस मामले में विचार करेंगे। जिन्हें 50 लाख रुपए इंश्योरेंस के रूप में मिल गया है उन्हें अनुकंपा नियुक्ति देना है या नहीं देना है इस पर विचार करेंगे।

2025-07-30 11:52 IST

मंत्री पटेल बोले- हमने पेसा के मामले में बेहतरीन काम किया

कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा- मुझे लगता है कि जिन्होंने जीवन में कुछ नहीं किया उन्हें मूल्यांकन का भी अधिकार नहीं है। पेसा के मामले में जिस ढंग से काम हुआ है वह बेहतरीन है।

2025-07-30 11:51 IST

कमलनाथ बोले- ये घोषणाओं की सरकार

इस मुद्दे पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा- ये हालात पूरे प्रदेश में है। ये केवल आश्वासन और घोषणाओं की सरकार है। पूरे प्रदेश के हर वर्ग के लोग परेशान हैं।

2025-07-30 11:50 IST

पेसा कानून को सही तरीके से लागू करने के लिए प्रदर्शन

विधानसभा का सत्र शुरू होने से पहले कांग्रेस के विधायकों ने आदिवासियों को वन क्षेत्र से बेदखल किए जाने पेसा कानून को सही तरीके से लागू न किए जाने के विरोध में प्रदर्शन किया।

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