MP में लोकायुक्त का बड़ा एक्शन: कृषि अधिकारी, रोजगार सहायक और पीडब्ल्यूडी बाबू रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े गए
मध्यप्रदेश में लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई। रतलाम, नर्मदापुरम और झाबुआ में कृषि अधिकारी, रोजगार सहायक और पीडब्ल्यूडी बाबू रिश्वत लेते गिरफ्तार।
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प्रशांत शुक्ला, भोपाल: मध्यप्रदेश में लोकायुक्त की टीम लगातार भ्रष्टाचारियों पर शिकंजा कस रही है। ताज़ा कार्रवाई में तीन अलग-अलग जिलों से सरकारी अफसर और कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है। सभी मामलों में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज कर लिया गया है।
रतलाम: कृषि विस्तार अधिकारी गिरफ्तार
रतलाम जिले के सैलाना में कृषि विस्तार अधिकारी मगनलाल मेड़ा को लोकायुक्त ने 10 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए पकड़ा। शिकायतकर्ता विजय सिंह राठौर ने कीटनाशक और खाद-बीज की दुकान का लाइसेंस बनवाने के लिए मई में आवेदन किया था। जुलाई में लाइसेंस स्वीकृत होने का मैसेज मिलने के बाद जब वह अधिकारी के पास गया तो उससे 30 हजार रुपए की रिश्वत मांगी गई। काफी मान-मनौवल के बाद सौदा 25 हजार में तय हुआ। पहले 15 हजार ले लिए गए और शेष 10 हजार लेते वक्त लोकायुक्त ने अधिकारी को धर दबोचा।
नर्मदापुरम: पीडब्ल्यूडी का बाबू गिरफ्तार
नर्मदापुरम जिले में लोकायुक्त ने पीडब्ल्यूडी विभाग के बाबू पवन सक्सेना को रिश्वत लेते पकड़ा। ठेकेदार अवधेश पटेल ने शिकायत की थी कि एफडी और जमा राशि वापस करने के लिए उनसे 12 हजार रुपए की रिश्वत मांगी जा रही है। सत्यापन के बाद लोकायुक्त ने ट्रैप प्लान किया और आरोपी को 7 हजार रुपए लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
झाबुआ: रोजगार सहायक ने मांगी रिश्वत, गिरफ्तार
इंदौर लोकायुक्त की टीम ने झाबुआ जिले के रानापुर तहसील के डिग्गी गांव में रोजगार सहायक दिनेश कुमार पचाहा को 1250 रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा। शिकायतकर्ता कमल सिंह निंगवाल ने अपने 7 साल के बेटे का जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आवेदन किया था। इस काम के लिए रोजगार सहायक ने 1600 रुपए की मांग की थी।