मेघालय हनीमून मर्डर केस: इंदौर के ट्रांसपोर्ट व्यवसायी राजा रघुवंशी की धारदार हथियार से हुई थी हत्या, पत्नी सोनम 11 दिन बाद भी लापता

इंदौर के ट्रांसपोर्ट व्यवसायी राजा रघुवंशी की सोनम रघुवंशी के साथ 11 मई को शादी हुई थी। 20 को हनीमून मनाने मेघालय गए, लेकिन 23 मई को राजा की हत्या हो गई। सोनम लापता है।

Updated On 2025-06-04 09:53:00 IST

Raja Raghuvanshi Murder Updates

इंदौर के ट्रांसपोर्ट व्यवसायी राजा रघुवंशी की मौत से पर्दा उठ गया। मेघालय के शिलॉंग में धारदार हथियार से उनकी हत्या की गई है। पत्नी के सोनम के साथ वह 20 मई हनीमून मनाने गए थे, 23 को दोनों लापता हो गए। एसपी विवेक सिम ने बताया कि हत्या में इस्तेमाल हथियार जब्त कर लिया गया है। जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी कर अन्य खुलासे करेंगे।

राजा रघुवंशी और सोनम की शादी 11 मई को हुई थी। 20 मई को दोनों हनीमून मनाने मेघालय के शिलांग गए थे, लेकिन सोमवार को गहरी खाई में राजा का शव पड़ा मिला। पत्नी सोनम अभी भी लापता है। एनडीआरएफ की टीम भी सर्च ऑपरेशन चला रही हैं। पीएम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि के बाद पुलिस ने विवेचना शुरू की है।


मावक्मा गांव में रुकी थे दंपती
पुलिस ने बताया कि राजा रघुवंशी और सोनम 23 मई को नोंग्रियाट स्थित होटल से निकले और कुछ घंटे बाद ही लापता हो गए। गांव से 20 किलोमीटर दूर राजा का शव मिला है। जीपीएस ट्रैकर से पता चला कि पास स्थित मावक्मा गांव में भी कुछ देर यह लोग रुके थे।

अपहरण और हत्या की आशंका
राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने अपहरण और हत्या की आशंका जताई है। साथ ही सीबीआई जांच कराने की मांग की है। उन्होंने मेघालय पुलिस पर मामला दबाने का आरोप लगाया है। कहा, अब तक राजा का पर्स, ब्रेसलेट, गले की चेन, बैग, अंगूठी और पावर बैंक बरामद नहीं कर पाई। हम चाहते हैं कि निष्पक्ष जांच हो और बहू सोनम जीवित मिले।

हत्या से पहले राजा की आखिरी बात
राजा रघुवंशी ने घटना के दिन दोपहर 1.43 बजे परिजनों से आखिरी बात की थी। उसने बताया था कि सोहरा के डबल डेकर (लिविंग रूट ) घूमकर लौटे हैं। रास्ते में कॉफी पीने की जानकारी देते हुए कहा था कि कॉफी अच्छी थी, इसलिए फेंक दी है। अब केले खा रहे हैं। इसके बाद लौटेंगे। इसके बाद उनसे संपर्क नहीं हुआ।

इंदौर में ही होगा अंतिम संस्कार
विपिन ने बताया कि 24 मई से उनके मोबाइल बंद बताने लगे तो चिंता हुई। शुरुआत में लगा नेटवर्क इश्यू होगा, लेकिन जब कई प्रयासों के बाद भी संपर्क नहीं हुआ तो हम लोग इमरजेंसी फ्लाइट से शिलांग गए और पुलिस को सूचित किया। शव लाने की प्रक्रिया चल रही है। मंगलवार को टिकट नहीं मिली। बुधवार या गुरुवार तक इंदौर आएंगे। अंतिम संस्कार इंदौर में ही करेंगे।  

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