अटल बिहारी कॉलेज: प्रिंसिपल ऑफिस में बिखेरी घास, इंदौर में NSUI नेता पटवारी पर FIR
इंदौर के अटल बिहारी वाजपेयी कॉलेज में NSUI नेताओं का प्रदर्शन। प्रिंसिपल ऑफिस में तोड़फोड़। अमन पटवारी समेत अन्य छात्रों पर दुर्व्यवहार और सरकारी काम में बाधा डालने का केस दर्ज।
अटल बिहारी कॉलेज: प्रिंसिपल ऑफिस में बिखेरी घास, इंदौर में NSUI नेता पटवारी पर FIR
Atal Bihari Vajpayee College Indore: मध्य प्रदेश के इंदौर में अटल बिहारी वाजपेयी शासकीय कॉलेज में हंगामा करना NSUI नेताओं को भारी पड़ गया। पुलिस ने जीतू पटवारी के करीबी छात्र नेता अमन पटवारी और उनके समर्थकों पर केस दर्ज किया है। सोमवार, 11 अगस्त को इन्होंने ने कॉलेज परिसर में हंगामा करते हुए प्रिंसिपल ऑफिस में घास बिखेर दी थी।
इंदौर के अटल बिहारी वाजपेयी शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय में विरोध प्रदर्शन का वीडियो सोशल मीडिया सामने आया है। जिसमें छात्रों को उत्पात मचाते हुए स्पष्ट देखा जा सकता है।
भवरकुआं थाने में FIR
भवरकुआं थाना प्रभारी राजकुमार यादव ने बताया, कॉलेज कर्मचारी की शिकायत पर अमन पटवारी समेत अन्य छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इन पर कर्मचारियों से दुर्व्यवहार, सरकारी कार्य में बाधा और तोड़फोड़ का आरोप है।
NSUI नेता नेता ने क्या कहा?
अमन पटवारी ने दावा किया कि वे कॉलेज प्रशासन से अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा और कैंपस में उगी जंगली घास को हटाने की मांग कर रहे थे। सुनवाई न होने पर परिसर से घास उखाड़कर प्रिंसिपल को सौंपने जा रहे थे, लेकिन उनके ऑफिस में ताला लगा था। मजबूरन हमें प्रदर्शन करना पड़ा।
कार्यालय में नहींं थीं प्रिंसिपल
कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. ममता चंद्रशेखर ने घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। कहा, जब उनका ऑफिस तोड़ा गया, तब वह कॉलेज में मौजूद नहीं थीं। सूचना मिलने पर पहुंची तो पता कुर्सी और पूरे ऑफिस में जंगली घास बिखरी पड़ी थी।
संकाय सदस्यों से दुर्व्यवहार
प्रिंसिपल ममता चंद्रशेखर ने कहा, इस तरह की गुंडागर्दी से शिक्षा के मंदिर की पवित्रता कलंकित होती है। उन्होंने बताया कि संकाय सदस्यों ने प्रदर्शनकारियों को शांत करने की कोशिश की, लेकिन वह उनके साथ ही दुर्व्यवहार करने लगे।
कॉलेज कैंपस में क्यों बढ़ा विवाद?
दरअसल, कॉलेज कैंपस में जंगली घास उगी हुई है। छात्रों ने साफ सफाई कराने की मांग की, सुनवाई नहीं हुई तो कॉलेज परिसर से यह घास उखाड़कर प्रिंसपल ऑफिस में बिखेर दी। हालांकि, प्रिंसिपल का कहना है कि जंगली घास की समस्या हर मानसून सीजन में होती है। इसे काटने के निर्देश दे दिए हैं। इस तरह का प्रदर्शन उचित नहीं है।