Administrative Reshuffle: MP में 10 IAS अधिकारियों को बड़ी जिम्मेदारी, प्रभारी मंत्री की तर्ज पर करेंगे काम
मध्यप्रदेश सरकार ने विकास कार्यों की निगरानी के लिए 10 वरिष्ठ IAS अधिकारियों को विभिन्न संभागों का प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया है। जानें किसे मिली कौन सी जिम्मेदारी।
10 IAS अधिकारियों को बड़ी जिम्मेदारी, प्रभारी मंत्री की तर्ज पर करेंगे काम
Administrative System Changed in MP: मध्यप्रदेश सरकार ने विकास कार्यों की निगरानी, मूल्यांकन और पर्यवेक्षण के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया है। प्रभारी मंत्री की तर्ज पर अब प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। सामान्य प्रशासन विभाग ने गुरुवार (7 अगस्त) को आदेश जारी कर 10 सीनियर आईएएस अधिकारियों को अलग-अलग संभागों का प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव स्तर के आईएएस अफसरों को संभागवार जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह अधिकारी अपने-अपने संभाग में चल रहे विकास कार्यों की प्रगति पर नजर रखेंगे। साथ ही आवश्यक सुधार के लिए सुझाव देंगे।
किस संभाग की जिम्मेदारी किसके पास
- उज्जैन संभाग – राजेश कुमार राजोरा
- ग्वालियर संभाग – अशोक वर्णवाल
- चंबल संभाग – मनु श्रीवास्तव
- जबलपुर संभाग – संजय दुबे
- नर्मदापुरम संभाग – नीरज मंडलोई
- इंदौर संभाग – अनुपम राजन
- भोपाल संभाग – संजय कुमार शुक्ल
- रीवा संभाग – रश्मि अरुण शमी
- सागर संभाग – दीपाली रस्तोगी
- शहडोल संभाग – शिवशेखर शुक्ला
संभाग में प्रभारी अधिकारी क्यों बनाए?
मध्य प्रदेश सरकार के इस निर्णय का मुख्य उद्देश्य प्रदेशभर में विकास परियोजनाओं का समय पर मूल्यांकन करना है। इसके अलावा जमीनी स्तर पर कार्यों की पारदर्शिता लाने, प्रशासनिक समन्वय में तेजी, संभाग स्तर पर बेहतर मॉनिटरिंग व्यवस्था के लिए भी प्रयास किए जाएंगे। प्रदेश सरकार का मानना है कि इस कदम से विकास कार्यों की गुणवत्ता में सुधार होगा और योजनाओं के क्रियान्वयन में गति आएगी।
शिवराज सरकार में भी हुआ था प्रयोग
मध्य प्रदेश में प्रभारी अधिकारी नियुक्त करने का यह प्रयोग शिवराज सरकार में भी हुआ था, लेकिन ज्यादा सफल नहीं रहा। जनप्रतिनिधियों से मनमुटाव और अधिकारियों की फील्ड के प्रति कम दिलचस्पी सहित अन्य कारणों से व्यवस्था बेअसर रही। अब देखना होगा कि मोहन यादव सरकार का यह प्रयास कितना कारगार साबित होगा।