दिग्विजय Vs कमलनाथ: 2020 में क्यों गिरी कांग्रेस सरकार? जानें सिंधिया की नाराजगी का राज

मध्यप्रदेश में 2020 में गिरी कमलनाथ सरकार पर दिग्विजय और कमलनाथ आमने-सामने। सिंधिया की नाराज़गी, फॉर्मूले का विवाद और पर्दे के पीछे की राजनीति।

By :  Desk
Updated On 2025-08-26 11:30:00 IST

दिग्विजय Vs कमलनाथ: 2020 में क्यों गिरी कांग्रेस सरकार? खुला राज  

Digvijay-Kamal Nath Controversy: मध्यप्रदेश की सियासत में 2020 की वह घटना फिर सुर्खियों में है, जिसके चलते कांग्रेस को अपनी सरकार गंवानी पड़ी थी। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह इसे लेकर आमने-सामने आ गए हैं। दोनों नेताओं ने सरकार गिरने की जिम्मेदारी एक-दूसरे पर डाली है।

दिग्विजय ने बताई सरकार गिरने की वजह

दिग्विजय सिंह का कहना है कि सरकार गिरने की सबसे बड़ी वजह कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच तय हुए फॉर्मूले का पालन न होना था। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, सिंधिया और कमलनाथ के बीच जो समझौता हुआ था, उसका पालन नहीं किया गया और इसका नतीजा सरकार के पतन के रूप में सामने आया।

कमलनाथ का दिग्विजय पर पलटवार  

कमलनाथ ने इस पर पलटवार करते हुए कहा, सिंधिया को लगता था कि सरकार दिग्विजय सिंह चला रहे हैं। यही कारण था कि सिंधिया लगातार नाराज़ चल रहे थे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इस पर कहा, दोनों नेताओं की 'छोटे भाई-बड़े भाई' जैसी केमिस्ट्री है। अब पुरानी बातों पर चर्चा करने का कोई औचित्य नहीं है।

कैसे गिरी थी सरकार?

मार्च 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक 22 विधायकों ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था। इसके चलते कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई और गिर गई। इस पूरे घटनाक्रम की शुरुआत उस समय हुई जब सिंधिया ने सड़क पर उतरने की चेतावनी दी थी और कमलनाथ ने जवाब दिया था कि “तो उतर जाओ।”

BJP बोली-नाथ बताएं क्या दिग्विजय ने कराए भ्रष्टाचारी फैसले?

पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, कमलनाथ जब आप सच की राह पर चल ही दिए हैं तो यह भी बता दें कि डेढ़ साल की सरकार में सुपर CM दिग्विजय सिंह ने आपसे भ्रष्टाचारी फैसले करवार क्या? नहीं तो जनता यह मान लेगी कि आप दोनों एक-दूसरे पर ठीकरा फोड़कर सबको गुमराह कर रहे हैं।

दोनों नेताओं के बयान से तो यही लगता है कि 2020 में कांग्रेस की जो नाव डूबी उसमें कप्तान ने ही छेंद किया था। खुद कमलनाथ के मंत्री उमंग सिंगार ने भी उस वक्त यही बात कही थी, लेकिन कमलनाथ ने आंखों पर दिग्विजय की बांधी पट्टी उतारने की बजाए चुप्पी साध ली थी। 

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