एंटी-सबोटाज ट्रेनिंग शुरू: डीजीपी मकवाणा ने कहा- दुश्मन हमेशा नए तरीके खोज रहा, अलर्ट रहना ही सबसे बड़ी सुरक्षा

भोपाल में डीजीपी कैलाश मकवाणा ने शुरू किया तीन दिवसीय एंटी सबोटाज चेक कोर्स। 48 उप पुलिस अधीक्षकों को बम डिटेक्शन और वीवीआईपी सुरक्षा की ट्रेनिंग।

Updated On 2025-07-01 19:53:00 IST

मध्यप्रदेश डीजीपी कैलाश मकवाणा।

प्रशांत शुक्ला, Bhopal: भोपाल के विशेष शाखा प्रशिक्षण केंद्र में मंगलवार को डीजीपी कैलाश मकवाणा ने तीन दिवसीय एंटी सबोटाज चेक कोर्स का शुभारंभ किया। इस विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों से 48 उप पुलिस अधीक्षक शामिल हुए। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सुरक्षा बलों को आपातकालीन गतिविधियों की पहचान, बम और विस्फोटकों की जांच, और तत्काल कार्रवाई की तकनीकों में दक्ष बनाना है, ताकि वीवीआईपी सुरक्षा और आंतरिक सुरक्षा को मजबूत किया जा सके।

प्रशिक्षण कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर डीजीपी कैलाश मकवाणा ने प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि यह कोर्स विशिष्ट रूप से एंटी-सबोटाज चेकिंग के लिए डिजाइन किया गया है। आपको प्रशिक्षित करने का उद्देश्य है कि आप फील्ड में सक्रिय रूप से संभावित खतरों को पहचानें, उन्हें निष्क्रिय करें, और वीवीआईपी सुरक्षा के लिए सर्वोत्तम उपाय अपनाएं। आज देश की आंतरिक सुरक्षा को कई प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। दुश्मन हमेशा नए तरीके खोज रहा है। इसलिए आपका अलर्ट रहना ही सबसे बड़ी सुरक्षा है।

इसे केवल ड्यूटी न समझें
डीजीपी ने कहा कि आपका मुख्य कार्य संभावित (बम) या एक्सप्लोसिव थ्रेट की पहचान करना, उन्हें डिटेक्ट करना, निष्क्रिय कराना और यह सुनिश्चित करना कि कोई भी खतरा कार्यक्रम या व्यक्ति विशेष तक न पहुंचे। इस प्रशिक्षण में स्निफर डॉग्स, मेटल डिटेक्टर, बम डिफ्यूजिंग किट आदि के इस्तेमाल की जानकारी दी जाएगी। मेरी अपील है कि इसे केवल एक ड्यूटी न समझें, बल्कि एक गंभीर जिम्मेदारी समझें। उन्होंने यह भी कहा कि हमें भी फील्ड में हैंड्स-ऑन प्रैक्टिस पर जोर देना होगा। सिर्फ क्लासरूम में लेक्चर से काम नहीं चलेगा। इसके लिए जरूरी है, जिन अधिकारियों ने पहले यह कोर्स किया है, उनके साथ इंटरेक्शन हो। सबसे अहम, हर वीवीआईपी ड्यूटी को गंभीरता से लिया जाए। क्योंकि खतरा केवल वीवीआईपी को नहीं, बल्कि पुलिस स्टाफ, आम नागरिक और आपको खुद को भी होता है। आपकी डिटेक्शन क्षमता, सक्रिय भागीदारी और सजगता ही सुरक्षा की सबसे पहली और सबसे मजबूत दीवार है।

पूर्ण सतर्कता और समर्पण अपेक्षित
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ए.साईं मनोहर ने कहा कि वीवीआईपी ड्यूटी के दौरान आपको अनेक प्रकार की जिम्मेदारियां निभानी होती हैं—जैसे हेलीपैड, एयरपोर्ट, रूट इंतजाम, कार्यक्रम स्थल, कैंप व्यवस्था, और सेफ हाउस आदि। वीआईपी के भ्रमण की संभावना वाले स्थानों पर विशेष निगरानी रखनी होती है। वहां उपकरणों के साथ सघन चेकिंग की आवश्यकता होती है, ताकि सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद बनी रहे। इस कारण, वहां पूर्ण सतर्कता और समर्पण अपेक्षित होता है।

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