इटारसी रेलवे ट्रैक मर्डर केस: संबंध बनाने के बाद गला दबाया, फिर चलती मालगाड़ी के नीचे फेंका
इटारसी रेलवे ट्रैक पर मिली महिला की सिर कटी लाश के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। जीआरपी ने 10 दिन में मामले को सुलझाते हुए आरोपी पति रूपेश यादव को बिहार से गिरफ्तार किया। जानें पूरी कहानी।
पत्नी की हत्या कर चलती मालगाड़ी के नीचे फेंका शव, सिर उठाकर भागा पति; जीआरपी ने 10 दिन में किया खुलासा
भोपाल। महज तीन साल की शादी और पत्नी के चरित्र पर शक ने एक शख्स को हैवान बना दिया। इटारसी जीआरपी ने एक ऐसे जघन्य हत्याकांड का पर्दाफाश किया है, जिसमें पति ने पहले पत्नी से शारीरिक संबंध बनाए, फिर गला दबाकर हत्या कर दी और पहचान मिटाने के लिए शव को चलती मालगाड़ी के नीचे फेंक दिया। इतना ही नहीं, मालगाड़ी गुजरने के बाद आरोपी पति ने पत्नी का कटा सिर उठाया और जंगल की ओर भाग गया। लेकिन टॉर्च की रोशनी पड़ते ही वह सिर छोड़कर फरार हो गया।
घटनाक्रम कैसे सामने आया?
16 जून को इटारसी के पगढाल रेलवे स्टेशन पर एक मालगाड़ी गुजरने वाली थी। स्टेशन मास्टर ने ट्रैक चेंज किया, लेकिन तकनीकी वजहों से ट्रैक नहीं बदला। जब पॉइंट्समैन मौके पर पहुंचा तो उसने देखा कि दो पटरियों के बीच महिला का हाथ फंसा है और पास ही उसका क्षत-विक्षत शव पड़ा है। जीआरपी को सूचना दी गई। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया और जांच शुरू हुई।
ऐसे हुआ हत्याकांड का पर्दाफाश
घटनास्थल के आसपास निरीक्षण के दौरान पुलिस को महिला की चप्पल, बालों का क्लचर, कपड़े, दो पन्नी और ज्वैलरी का खाली पैकेट मिला। इन सुरागों से महिला की पहचान का प्रयास शुरू हुआ। जीआरपी की टीम भुसावल रेलवे स्टेशन पहुंची जहां से मृतका और उसका पति ट्रेन में सवार हुए थे। सीसीटीवी फुटेज में चप्पल और क्लचर के आधार पर महिला की पहचान की गई।
उधर, घटनास्थल से मिले ज्वैलरी पैकेट में दिए गए नंबर के आधार पर पुलिस सूरत के उधना इलाके पहुंची। वहां करीब 50 दुकानदारों से पूछताछ की गई। एक ज्वैलर ने महिला की पहचान रागिनी कुमारी (22), पति रूपेश यादव, निवासी सालिग्राम, बेगूसराय, बिहार के रूप में की। पता चला कि पति-पत्नी सूरत के न्यू बॉम्बे बाजार में काम करते थे।
हत्या की रचना और खुलासा
पुलिस ने बेगूसराय से रूपेश यादव को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने बताया कि वह 15 जून को पत्नी के साथ भुसावल पहुंचा था और एक दिन वहीं रुका। अगले दिन दोनों भुसावल-कटनी पैसेंजर ट्रेन से पगढाल स्टेशन उतरे। रेलवे ट्रैक के पास रूपेश ने शराब पी, फिर पत्नी से संबंध बनाए और बाद में गला दबाकर हत्या कर दी।
उस समय मालगाड़ी गुजर रही थी। उसने पत्नी का शव मालगाड़ी के तीसरे-चौथे डिब्बे के बीच फेंक दिया। शव का सिर धड़ से अलग हो गया। ट्रेन गुजरने के बाद वह सिर उठाकर भागा लेकिन टॉर्च की रोशनी पड़ते ही उसे वहीं छोड़कर जंगल की तरफ भाग गया।
वजह बनी पत्नी की दोस्ती
रूपेश ने बताया कि उसे पत्नी पर शक था कि वह दो युवकों से बातचीत करती थी। इसी शक के चलते उसने हत्या की योजना बनाई और इतनी क्रूरता से उसे अंजाम दिया कि पुलिस भी दंग रह गई।
पुलिस की सराहना
इस जघन्य हत्याकांड का खुलासा करने में जीआरपी इटारसी की टीम- कांस्टेबल राम लोवंशी, तृप्ती ठाकुर, हेड कांस्टेबल रानू अतुलकर और कांस्टेबल बलवंत—की अहम भूमिका रही। उन्होंने लगातार प्रयास कर इस ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी को सुलझाया।