भोपाल का नक्शा बदलेगा: हुजूर और कोलार से हटेंगे कई गांव, बनेंगी 5 नई तहसीलें; जानें प्रस्तावित स्वरूप

भोपाल जिले में जनगणना से पहले बड़ा प्रशासनिक बदलाव। हुजूर और कोलार तहसीलों के कई गांव हटाकर शहर, बैरागढ़, गोविंदपुरा, टीटी नगर और एमपी नगर को तहसील का दर्जा दिया जाएगा।

Updated On 2025-09-17 16:22:00 IST

भोपाल में 10 तहसीलें: नजीराबाद और गुनगा को भी मिलेगा तहसील का दर्जा। 

Tehsil Reorganization Bhopal: भोपाल जिले में तहसीलों के पुनर्गठन की प्रक्रिया तेज हो गई है। फरवरी 2026 से शुरू होने वाली जनगणना से पहले नई तहसीलें अस्तित्व में आ जाएंगी। जिला प्रशासन ने तीन तहसीलों और पांच वृत्तों का पुनर्गठित कर 3 नई तहसीलों के गठन का प्रस्ताव तैयार किया है। इनमें में शहर, बैरागढ़, गोविंदपुरा, टीटी नगर और एमपी नगर तहसीलें शामिल हैं।

प्रशासन का लक्ष्य है कि जनगणना से पहले प्रभावी और सुगम प्रशासनिक व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि जनसेवाएं ज़मीनी स्तर तक बेहतर ढंग से पहुंच सकें।

हुजूर और कोलार तहसीलें होंगी पुनर्गठित

हुजूर तहसील के कुल 195 गांवों में से 60 गांव हटाए जाएंगे। इससे यहां अब 135 गांव और 52 पटवारी हल्के बचेंगे। कोलार तहसील का क्षेत्रफल बढ़ेगा। यहां वर्तमान में 60 गांव हैं, जिनमें से शाहपुरा, बावड़िया कलां और बागसेवनिया को हटाया जाएगा, जबकि 23 नए गांव और 4 हल्के जोड़े जाएंगे। इसके बाद कोलार तहसील में 80 गांव और 27 पटवारी हल्के होंगे।

प्रस्तावित नई तहसीलों की स्थिति

  • कोलार तहसील: वर्तमान में 60 गांव और 23 पटवारी हल्के हैं। इनमें से 3 गांव शाहपुरा, बावड़िया कलां और बाग सेवनिया को हटाया जाएगा। जबकि, चंदनपुरा, मंडोरा, रातीबद्, जमुनिया कलां, अमद्दारा, बगरौदा, कदैया जाट समेत सात नए हल्कों के 23 गांव जोड़े जांएगे। इस तरह यहां 80 गांव और 27 पटवारी हल्के रहेंगे।
  • बैरागढ़ तहसील: यहां सात हल्के और 17 गांव हैं। इनमें से पलासी और बढ़वई हल्के के पांच गांव पलासी, रुसल्ली, निशातपुरा, जमालपुरा, बढ़तई हटाए जाएंगे। जबकि, चार नए पटवारी हल्कों के 11 गांव जोड़े जाएंगे। इस तरह से टोटल आठ हल्के और 20 गांव हो जाएंगे।
  • एमपी नगर तहसील: इसमें 4 हल्के और 8 गांव हैं। सात हल्के नए जोड़े जाएंगे। बावड़िया कलां, बाग सेवनिया, कोलुआ खुर्द, बिलखिरिया, बैरागढ़ सांकल, आदमपुर छावनी है। इसमें 14 गांव शामिल हैं। 11 हल्के और 22 गांव हो जाएंगे।
  • टीटी नगर तहसील: यहां सात हल्के और 16 गांव हैं। एक हल्का चंदनपुरा हटाया जा रहा है, जिसमें तीन गांव चंदनपुरा, खुदागंज, छावनी को हटा दिया जाएगा। पांच हल्के के सात गांव बरखेड़ी बाजयाफ्त, बरखेड़ा नाथू, मालीखेड़ी, रोलूखेड़ी, कलखेड़ा, नीलबड़, मुगालिया छाप हैं। जिससे कुल 11 हल्कों में 20 गांव हो जाएंगे।
  • गोविंदपुरा तहसील: यहां 9 हल्के के 19 गांव हैं। छह हल्के के 16 गांव जुड़ेंगे जिससे यहां 15 हल्के में 33 गांव हो जाएंगे। यहां 75 हल्के में 195 गांव है, जिसमें 23 हल्के के 60 गांव हटाए जाएंगे। जिससे यहां 52 हल्कों के 135 गांव बचेंगे।

गांवों का डेटा तैयार, पुनर्गठन पर तेजी

सभी एसडीएम अपने-अपने क्षेत्रों में गांवों के आंकड़े इकट्ठा कर चुके हैं। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि तहसीलों का पुनर्गठन एक माह में पूर्ण कर लें। इसके बाद पुनर्गठन की प्रक्रिया में तेजी आई है।

तहसीलों के पुनर्गठन से क्या फायदा?

भोपाल जिले में तहसीलों के पुनर्गठन से जनगणना व अन्य प्रशासनिक कार्य में सुगमता होगी। हर तहसील में औसतन 60 गांव होंगे। इससे ग्रामीण क्षेत्रों तक बेहतर सेवा वितरण हो सकेगा। दस्तावेज़ीकरण, भूमि रिकॉर्ड और राजस्व मामलों में पारदर्शिता आएगी।

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