AIIMS Bhopal: एम्स में चाय-नास्ता और भोजन के साथ घर जैसा इंतजाम; जानें कैसे मिलेगा प्राइवेट वार्ड
भोपाल एम्स में 16 नए प्राइवेट वार्ड बनाए गए हैं। जहां मरीजों को टीवी, सोफा और फोन के साथ चाय नास्ता और भोजन भी मिलेगा। चार्ज भी ज्यादा नहीं है। पढ़ें पूरी खबर।
एम्स में बने प्राइवेट वार्ड: चाय-नास्ता और भोजन के साथ घर जैसा इंतजाम
AIIMS Bhopal Private Ward: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भोपाल में मरीजों के लिए प्राइवेट वार्ड तैयार किए गए हैं। जहां 2200 रुपए शुल्क जमाकर मरीज घर जैसी सुविधाओं का अहसास कर सकेंगे। प्राइवेट वार्ड में मरीज के लिए सोफा, टीवी, एसी जैसी हर जरूरी सुविधा उपलब्ध है। साथ ही गेस्ट के लिए अलग रूम की व्यवस्था है।
एम्स प्रबंधन के अनुसार, दूरदराज जिलों से आने वाले मरीजों के परिजनों को अभी होटल में रुकना पड़ता है। जिस कारण वह ठीक से देखभाल भी नहीं कर पाते थे। इस समस्या को देखते हुए अब एम्स में ही वीआईपी सुइट जैसे वार्ड तैयार किए गए हैं। ताकि, मरीज तनावमुक्त होकर इलाज लें और जल्द स्वस्थ होकर घर जा सकें।
डॉक्टर-नर्स की 24 घंटे उपलब्धता
एम्स में प्राइवेट वार्ड का किराया 2200 रुपए प्रतिदिन है। इतना किराया तो भोपाल की निजी अस्पतालों में जनरल वार्ड का है। इन वार्डों में डॉक्टर्स और नर्स की 24 घंटे उपलब्धता रहेगी। इसके अलावा शौचालय, टेलीविजन, अलमारी और टेलीफोन सुविधा भी मिलेगी।
UPI और कार्ड से भुगतान सुविधा
एम्स के प्राइवेट वार्ड में भर्ती मरीजों के लिए बेड पर ही यूपीआई और कार्ड से भुगतान की सुविधा मिलेगी। वहीं मेडिसिन रनर्स द्वारा दवाएं भी सीधे बेड तक पहुंचाई जाती है। वहीं विशेष रनर्स वार्ड से प्रयोगशाला तक सैंपल पहुंचाते हैं। जांच सुविधा के तौर पर पोर्टेबल एक्स-रे मशीन से बेड पर ही एक्स-रे कराने की व्यवस्था उपलब्ध है।
चाय, नाश्ता, दोपहर सब फ्री
प्राइवेट वार्ड में सुबह की चाय, नाश्ता, दोपहर का भोजन, शाम की चाय और रात्रि भोजन शामिल है। ये सभी सुविधाएं 2200 रुपए मिलेगी। इसमें परिजनों के लिए भोजन की सुविधा भी शामिल है। माइक्रोवेव, इलेक्ट्रिक केतली और डाइनिंग टेबल की व्यवस्था है। मरीजों की देखभाल के लिए डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की टीम चौबीसों घंटे मौजूद रहती है।प्राइवेट वार्ड के लिए नियम-शर्तें
- प्राइवेट वार्ड में भर्ती मरीज की तबीयत बिगड़ने पर आईसीयू में शिफ्ट किया जाएगा।
- सामान्य मरीज को ही भर्ती किया जाएगा। हालत गंभीर होने पर निजी वार्ड नहीं मिलेगा।
- स्टाफ को शुल्क में 50 फीसदी और उनके परिजनों को 25 प्रतिशत की छूट मिलेगी।
- कंसल्टेंट की सलाह पर ही मरीज को प्राइवेट वार्ड मिलेगा।
- यह वार्ड पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर मिल रहे हैं।
- शुल्क एडवांस जमा करना होगा।
- वार्ड में होंगे तीन कमरे गेस्ट के लिए अलग रूम
एम्स में होंगे 44 प्राइवेट वार्ड
एम्स में अभी 28 प्राइवेट वार्ड हैं। जिनकी संख्या बढ़ाकर 44 की जा रही है। 16 नए प्राइवेट वार्ड तैयार किए जा रहे हैं। अगस्त 2025 के अंत तक ये वार्ड मरीजों के लिए उपलब्ध होने लगेंगे। 30 फीसदी वार्ड वीआईपी के लिए रिजर्व रखे गए हैं।
क्या कहता है एम्स प्रबंधन?
एम्स के प्रभारी निदेशक डॉ. माधवानंद कर ने बताया कि मरीजों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने का प्रयास लगातार जारी है। इन प्राइवेट वार्ड में मरीजों को बेहतर इलाज के साथ जल्द रिकवर करने के लिए मानसिक रूप से तनाव से दूर रखने का प्रयास किया जाता है।