DGP को थार-बुलेट पर दिया बयान पड़ा भारी: गुरुग्राम के थार मालिक ने भेजा नोटिस
थार व बुलेट पर दिए ब्यान को लेकर गुरुग्राम के थार मालिक ने DGP को नोटिस भेजा है। जिसमें कहा है कि बयान के बाद लोगों ने ताने मारने शुरू कर दिए है। जिससे बच्चों ने थार चलानी बंद कर दी।
ओपी सिंह डीजीपी हरियाणा।
हरियाणा के डीजीपी बनने के बाद ओपी सिंह अपने बयानों को लेकर अक्सर सुखियों में रहते हैं। गुरुग्राम में थार व बुलेट बाइक को लेकर दिया DGP का बयान खूब वायरल हो रहा है। अब इसी बयान को लेकर गुरुग्राम के एक थार मालिक ने DGP को लीलग नोटिस भेजा है। जिसमें अपना बयान वापस लेने व माफी मांगने की बात कही गई है। नोटिस में कहा कि बयान के बाद अब लोगों के तानों से शर्मिदंगी के चलते बच्चों ने थार चलानी बंद कर दी है। जिससे उन्हें अब मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
थार व बुलेट को लेकर यह बोले थे डीजीपी
डीजीपी ने कहा था कि वाहन से वाहन मालिक के व्यवहार का पता चल जाता है। गुरुग्राम में 8 नवंबर को DGP ने कहा था कि बुलेट से पटाखे छोड़ने, तेज आवाज करने के साथ ही थार गाड़ी लेकर लोगों में भय फैलाने वाले कुछ तत्वों की शिकायतें भी हमारे पास आती हैं, कईं लोग इन पर कार्रवाई की गुहार लगा रहे हैं। इससे पहले डीजीपी ने पुलिस अधिकारियों को अपने कार्यालयों में विजिटरों के लिए विशेष व्यवस्था करने तथा अपनी कुर्सी सामान्य रखने की हिदायत दी थी। IPSपूरण कुमार सुसाइड केस में शत्रुजीत कूपर के छुट्टी पर जाने के बाद से ऐसे ही डीजीपी के कई बयान सुर्खियों में रहे हैं।
नोटिस में कही यह बाते
अपने वकील के माध्यम से DGP को भेजे नोटिस में गुरुग्राम के थार मालिक ने कहा कि बयान के बाद लोगों ने ताने मारने शुरू कर दिए हैं। बच्चे को भी स्कूल में सुनने पड़ गया है। नोटिस में कहा है कि बयान के बाद समाज में थार और बुलेट को लेकर मजाक बनाया जाने लगा है। जिसके चलते बच्चों ने थार चलानी छोड़ दी है। जिससे उन्हें रिश्तेदारों, पड़ोसियों और जान-पहचान वालों के बीच शर्मिंदगी, मजाक और मानसिक तनाव से गुजरना पड़ रहा है।
अब थानेदारों को हिदायत, करना होगा काम वर्ना दूसरों को मौका
DGP ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कुरुक्षेत्र दौरा सफल होने पर पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि हर थानाध्यक्ष को हमने दिशा निर्देश जारी किए हैं। अपने अपने इलाकों में बेहतर काम करें और पांच बड़े अपराधियों को अंदर करने का लक्ष्य पूर्ण करें। डीजीपी ने यह भी कहा कि आए दिन दिशा निर्देश जारी किए जा रहे हैं, जो लोग मन लगाकर काम करेंगे, उन्हें आगे बढ़ने का मौका दिया जाएगा वर्ना उनके स्थान पर दूसरे लोगों को काम करने का मौका दिया जाएगा। फोर्स का फिट रहना बेहद जरूरी है क्योंकि उनके कंधों पर अहम जिम्मेदारी है।
बातों को तोड़ मरोड़ कर डालते हैं युवा
उन्होंने कहा कि थार व बुलेट को लेकर कहा कि कुछ असामाजिक लोग सड़कों पर स्टंट करते हैं, बुलेट से पटाखे चलाते हैं। जिसके बारे में बुजुर्गों व बीमार लोगों द्वारा लगातार शिकायत की जाती हैं, व्यक्तिगत तौर पर मैं किसी के खिलाफ नहीं हूं। सोशल मीडिया का युग है, इसलिए कुछ युवा बातों तो तरोड़ मरोड़ कर डाल देते हैं। उन्होंने मीडिया से अपराधियों का महिमामंडन करने से बचने की सलाह दी। क्योंकि इनको बढ़ा चढ़ाकर लिखना ठीक नहीं है। आने वाली पीढ़ियों को हम क्या संदेश देना चाहते हैं। अपराधियों को महिमामंडित करने से युवाओं को भटकना वाली बात होगी क्योंकि वे उनके जीवन व ग्लैमर को लेकर भ्रमित होकर गलत रास्ते पर जा सकते हैं।
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