Mini Bypass: सोनीपत में नए सिरे से यहां बनेगा मिनी बाईपास, 2 करोड़ रुपये होंगे खर्च, लोगों को मिलेगी राहत
Sonipat Mini Bypass: सोनीपत में जर्जर पश्चिमी मिनी बाईपास को फिर से नए सिरे से बनाया जाएगा। मिनी पास के बन जाने के बाद वाहन चालकों का सफर सुगम बनेगा। इस बाईपास को 2 करोड़ रुपये में बनाया जाएगा।
प्रतीकात्मक तस्वीर।
Sonipat Mini Bypass: सोनीपत में महम-जींद रोड के बीच जर्जर पश्चिमी मिनी बाईपास को 2 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा। बताया जा रहा है कि डेढ़ साल से बाईपास जर्जर हालत में है, इसे फिर से बनाया जाएगा। एजेंसी ने जर्जर रोड से बिटुमिनस की पुरानी लेयर को हटाना शुरू कर दिया है। ऐसा कहा जा रहा है कि एक महीने में बाईपास को बना लिया जाएगा, जिससे लोगों को राहत मिलेगी। करीब 2 किलोमीटर लंबे बाईपास पर बिटुमिनस की नए सिरे से लेयर बिछाई जाएगी।
डेढ़ साल से बंद था बाईपास का निर्माण
सोनीपत के महम-जुलाना-जींद रोड के बीच पश्चिमी मिनी बाईपास बना हुआ है। बाईपास का रोड जर्जर हालत में है, जिसे फिर से नए सिरे से बनाने के लिए करीब डेढ़ साल पहले टेंडर लगाया गया था। टेंडर के बाद एजेंसी ने बाईपास पर काम शुरू कर दिया था। इस कड़ी में एक लेन पर बिटुमिनस की लेयर बिछा दी गई थी।
अधिकारियों ने मुख्यालय संशोधित प्रस्ताव भी भेजा था, जिस पर लंबे समय तक मंजूरी भी नहीं मिल रही थी। जिसके बाद एंजेसी ने एक लेन पर लेयर बिछाने के बाद काम बंद कर दिया था। करीब डेढ़ साल तक बाईपास का काम बंद रहा था। एक लेन की स्थिति ठीक थी, जबकि दूसरी लेन पूरी तरह से टूट गई थी। अब जाकर प्रस्ताव की अड़चन दूर हुई है, जिसके बाद एजेंसी ने काम शुरु कर दिया है। अब बाईपास पर दोनों लेन का नए सिरे से बनाया जाएगा।
बाईपास से क्या फायदा होगा ?
पश्चिमी मिनी बाईपास के माध्यम से बाहरी वाहनों का आना जाना होता है। सोनीपत, गन्नौर, रोहतक, खरखौदा की तरफ से जो वाहन जींद, सफीदों, जुलाना या महम की तरफ जाते हैं, वे शहर के अंदर से आकर ही बाईपास पर पहुंचते हैं। बताया जा रहा है कि इस बाईपास पर गाड़ियों का आना जाना लगा रहता है। बाईपास जर्जर होने की वजह से चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बाईपास बन जाने के बाद लोगों का सफर सुगम बनेगा। इसके अलावा सड़क हादसों में भी कमी आएगी।