Sonipat Encounter: सोनीपत में पुलिस-बदमाश के बीच एनकाउंटर, पिता-बेटे का हत्यारा गैंगस्टर शुभम ढेर
Sonipat Encounter: सोनीपत में मुठभेड़ के दौरान गैंगस्टर शुभम की मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
Sonipat Encounter: सोनीपत में आज 23 नवंबर रविवार को पुलिस और बदमाश के बीच मुठभेड़ हो गई। पुलिस बदमाश को पकड़ने के लिए जब मौके पर पहुंची तो टीम को देखकर आरोपी ने फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चला दी, जिसमें बदमाश गंभीर रूप से घायल हो गया।
पुलिस ने तुरंत अस्पताल में उसे भर्ती करवाया, जहां उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि मृतक पर डबल मर्डर केस का आरोप था, जिसके चलते पुलिस ने मुठभेड़ की कार्रवाई को अंजाम दिया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मामले में आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
मृतक की पहचान करनाल के छापर गांव के रहने वाले शुभम के तौर पर हुई है। शुभम पर पिछले महीने 24 अक्टूबर को खरखौदा में हुए पिता-पुत्र की हत्या का आरोप था। आरोपी को पकड़ने के लिए एंटी गैंगस्टर यूनिट के इंचार्ज अजय धनखड़ की अध्यक्षता में SIT टीम बनाई गई। टीम को सूचना मिली थी कि शुभम कुंडली-मानेसर एक्सप्रेसवे पर अपने साथी के साथ देखा गया है। सूचना के बाद टीम मौके पर पहुंच गई, जिसके बाद दोनों तरफ से गोलियां चली। गोली की आवाज सुनकर इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
बदमाश को लगी 6 गोलियां
फायरिंग के दौरान शुभम को पेट, छाती और पैर में 6 गोलियां लगीं। वहीं मौका देखकर शुभम का साथी बाइक समेत भाग गया। पुलिस शुभम को लेकर अस्पताल पहुंची, लेकिन उसकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे खानपुर PGI रेफर कर दिया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस जांच में सामने आया है कि शुभम पर हरियाणा और उत्तर प्रदेश में लूट और हत्या के प्रयास समेत कईं मामले दर्ज हैं। सोनीपत पुलिस कमिश्नर ममता सिंह ने कहा कि पुलिस लगातार अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। आगे भी इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी।
पिता-बेटे का किया था मर्डर
24 अक्टूबर को सोनीपत के दीपालपुर गांव के रहने वाले धर्मवीर अपने बेटे मोहित के साथ बाइक पर सवार होकर खरखौदा जा रहे थे। उस दौरान स्कॉर्पियो में सवार 2 बदमाश वहां आ गए और रास्ते में बदमाशों ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। जिसके बाद धर्मवीर और उनका बेटा जमीन पर गिर गए और बदमाशों ने उन पर करीब 10 से 15 राउंड फायरिंग कर दी और दोनों की मौके पर मौत हो गई थी।
मोहित ने किया था दोस्त का मर्डर
DCP नरेंद्र कादियान के मुताबिक, साल 2020 में मृतक मोहित ने अपने साथी नितिन के साथ मिलकर अपने दोस्त सागर की हरिद्वार में गला दबाकर हत्या कर दी थी। वारदात के बाद शव को उन्होंने केएमपी पर फेंक दिया था। DCP का कहना है कि इस मामले में मोहित वांटेड था। कोर्ट में भी यह मामला चल रहा था। इस मामले में पहले भी मोहित की हत्या करने की कोशिश की गई थी, जिसमें पुलिस ने अंकुश,राहुल और सन्नी को गिरफ्तार किया था। सागर हत्याकांड की रंजिश में मोहित और उसके पिता की हत्या की गई थी।
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