सोनीपत CMO कोरोना पॉजिटिव: डॉ. ज्योत्सना की रिपोर्ट देखकर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप, जिले में तीसरा केस
CMO के संपर्क में आए लोगों की सूची तैयार की जा रही है और उनकी जांच कराई जाएगी। विभाग ने सभी कर्मचारियों को मास्क, सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए हैं। जिले भर में निगरानी बढ़ा दी गई है ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
हरियाणा के सोनीपत जिले में एक बार फिर कोरोना संक्रमण ने दस्तक दे दी है। सिविल अस्पताल की चीफ मेडिकल ऑफिसर (CMO) डॉ. ज्योत्सना की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिसके बाद उन्हें तुरंत क्वारैंटाइन कर दिया गया है। यह खबर सामने आते ही जिले के स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है।
तबीयत खराब होने पर दिया था सैंपल
डॉ. ज्योत्सना ने सोमवार को तबीयत खराब होने के चलते अपना सैंपल दिया था, जिसकी रिपोर्ट मंगलवार को पॉजिटिव आई है। उनके संक्रमित पाए जाने के बाद से स्वास्थ्य विभाग में चिंता बढ़ गई है। जिले में अब तक कोरोना संक्रमण के कुल तीन मामले सामने आ चुके हैं। बाकी स्वास्थ्यकर्मियों को भी अत्यधिक सतर्क रहने और सभी जरूरी सावधानियों का पालन करने के निर्देश जारी किए गए हैं। जिला स्तर पर कोरोना को लेकर निगरानी और सतर्कता बढ़ा दी गई है।
खानपुर मेडिकल कॉलेज भेजी गई थी सैंपल रिपोर्ट
डॉ. ज्योत्सना के सैंपल को कोरोना संक्रमण की पुष्टि के लिए खानपुर मेडिकल कॉलेज भेजा गया था। जांच रिपोर्ट आने तक वे होम आइसोलेशन में थीं, लेकिन पॉजिटिव रिपोर्ट आते ही चिकित्सकों ने उन्हें तत्काल क्वारैंटाइन होने की सलाह दी। चिकित्सकों की सलाह पर डॉ. ज्योत्सना को एक सप्ताह तक अपने आवास पर क्वारैंटाइन रहने के निर्देश दिए गए हैं।
संपर्क में आए लोगों की सूची तैयार, बढ़ाई गई सावधानी
सीएमओ के संक्रमित होने से स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर भी असर पड़ा है। विभाग के अधिकारी अब डॉ. ज्योत्सना के संपर्क में आए सभी लोगों की सूची तैयार कर रहे हैं। इन सभी लोगों की कोरोना जांच कराई जाएगी ताकि संक्रमण के फैलाव को रोका जा सके।
स्वास्थ्य विभाग को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि सभी कर्मचारी अनिवार्य रूप से मास्क का प्रयोग करें, नियमित रूप से सैनिटाइजर का उपयोग करें और सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन करें। जिले भर में कोरोना के मामलों पर बारीकी से नजर रखी जा रही है और आवश्यक एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं ताकि स्थिति को नियंत्रण में रखा जा सके। यह घटना एक बार फिर इस बात पर जोर देती है कि कोरोना अभी भी मौजूद है और हमें सावधान रहने की जरूरत है।