सिरसा में धरने पर बैठे विधायक: प्रशासन ने समर्थकों के साथ बैठक में जाने से रोका, धक्का-मुक्की
सांसद कुमारी सैलजा द्वारा बुलाई गई दिशा बैठक में समर्थकों के साथ एंट्री न मिलने से नाराज विधायक गोकुल सेतिया धरने पर बैठ गए और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
पंचायत भवन में पुलिस व विधायक समर्थकों के बीच का दृश्य।
हरियाणा के सिरसा में दिशा की बैठक के दौरान एक बार फिर विधायक व प्रशासन के बीच हाईवोल्टेज ड्रॉमा देखने को मिला। मंगलवार को सिरसा से कांग्रेस की सांसद कुमारी सैलजा पंचायत भवन में दिशा कमेटी की बैठक ले रही थी। सिरसा से कांग्रेस सांसद गोकुल सेतिया समर्थकों के साथ बैठक में शामिल होने के लिए पंचायत भवन पहुंचे। पुलिस ने विधायक के साथ समर्थकों को मीटिंग में जाने से रोक दिया। इस दौरान विधायक के समर्थकों व पुलिस के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। जिससे नाराज होकर विधायक स्वयं भी बैठक में जाने की बजाय पंचायत भवन के बाहर धरने पर बैठ गए तथा प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
विधायक रामकरण काला ने दिया था धरना
इससे पहले 28 अक्टूबर को शाहबाद से कांग्रेस विधायक रामकरण काला नगर पालिका कार्यालय पर सांकेतिक ताला लगाकर नूर्व नपा चेयरमैन हरीश कवात्रा के साथ धरने पर बैठ गए थे। कांग्रेस विधायक पूर्व चेयरमैन हरीश कवात्रा के बुलाने पर नपा कार्यालय पहुंचे थे। जहां उन्होंने अपनी मौजूदगी में पहले नपा कार्यालय पर ताला लगानकर कुछ समय बाद खोला और फिर पूर्व चेयरमैन व समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए थे। इस दौरान विधायक व पूर्व चेयरमैन ने नपा प्रशासन पर विकास कार्यों व अन्य कार्यों में भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाए थे। प्रदेश में लगातार दो सप्ताह में दो कांग्रेस विधायकों द्वारा धरना देना और तीन नवंबर को इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला को चेतावनी देने से शर्द के आगमन पर प्रदेश की सियासत में गर्माहट पैदा कर दी है।
अधिकारियों पर अनदेखी करने का आरोप
सिरसा से कांग्रेस विधायक 2024 का चुनाव जीतने के बाद से ही अपनी कार्यप्रणाली को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहे हैं। कभी किसी दफ्तर में जाकर अफसर को हड़काना तो कभी फील्ड में उतरकर अधिकारियों को फोन पर खरी-खरी सुनाना। हाल में विधायक सेतिया को एक अफसर की गाड़ी का पीछा करने के बाद फील्ड में अफसर के साथ हुई बातचीत का वीडियो खूब वायरल हुआ था। सोमवार को दिशा कमेटी की मीटिंग के दौरान पंचायत भवन के सामने समर्थकों के साथ दिए धरने को भी इसी का एक हिस्सा माना जा रहा है। विधायक ने धरने के दौरान अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए पुतला भी जलाया।
अगर आपको यह खबर उपयोगी लगी हो, तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर करना न भूलें और हर अपडेट के लिए जुड़े रहिए [haribhoomi.com] के साथ।