नूंह में भीषण दुर्घटना: एक्सप्रेसवे पुल से नीचे गिरा डंपर, डीजल टैंक फटा, ड्राइवर और हेल्पर की जलकर मौत

पुलिस ने पहुंचकर आग बुझवाई और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया। पुलिस का शुरुआती अनुमान है कि यह भयानक हादसा चालक को झपकी आने के कारण हुआ होगा।

Updated On 2025-12-12 16:45:00 IST

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे पर हादसा। 

हरियाणा के नूंह जिले में शुक्रवार की सुबह दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर भयानक सड़क हादसा हुआ। एक तेज़ रफ़्तार डंपर अचानक अनियंत्रित हो गया और पुल की सुरक्षा दीवार को तोड़ते हुए करीब 20 फुट नीचे नाले में जा गिरा। जमीन पर गिरते ही गाड़ी में जबरदस्त आग लग गई, जिसके कारण डंपर में सवार चालक और सहायक (हेल्पर) की दर्दनाक मौत हो गई। यह दुर्घटना इतनी भीषण थी कि दोनों लोग बाहर निकलने का मौका भी नहीं पा सके और अंदर ही फंसकर जिंदा जल गए।

नीचे गिरते ही आग का गोला बना डंपर

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, यह हादसा सुबह लगभग 6 बजे हुआ। डंपर फ़िरोजपुर झिरका की तरफ से दिल्ली की ओर जा रहा था। गुर्जर नगला गांव के पास एक्सप्रेसवे पर पहुंचने से लगभग 500 मीटर पहले ही वाहन बेकाबू हो गया। गति तेज होने के कारण, डंपर ने पुल की दीवार को तोड़ दिया और नीचे जा गिरा।

लोगों ने बताया कि डंपर के नीचे गिरते ही एक तेज धमाका हुआ और उसमें भयानक आग लग गई। यह आग इतनी तेजी से फैली कि देखते ही देखते पूरे डंपर को अपनी चपेट में ले लिया। अनुमान लगाया जा रहा है कि नीचे गिरने पर डंपर का डीजल टैंक फट गया, जिसके कारण यह भीषण आग लगी। खेतों में काम कर रहे आसपास के लोग तुरंत मदद के लिए दौड़े, लेकिन आग की लपटें इतनी भयंकर थीं कि वे फंसे हुए चालक और हेल्पर को बाहर नहीं निकाल पाए।

फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची

हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस टीम और फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची। काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डंपर के भीतर फंसे ड्राइवर और हेल्पर की जलकर मृत्यु हो चुकी थी। पुलिस ने दोनों शवों को किसी तरह गाड़ी से बाहर निकाला। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हेल्पर का शरीर तो लगभग कंकाल में बदल चुका था। पुलिस के अनुसार, मृतकों की पहचान हो गई है। चालक (ड्राइवर) का नाम रंजीत (57) था, जो राजस्थान के अलवर जिले का रहने वाला था। वहीं, सहायक (हेल्पर) की पहचान परवेज़ (27) के रूप में हुई है, जो राजस्थान के भरतपुर जिले के सेमीरबास धोलेट का निवासी था।

डंपर के मालिक से संपर्क साधने की कोशिश

दुर्घटनास्थल की जांच के बाद पुलिस ने दोनों मृतकों के शवों को कब्जे में लिया और अल आफ़िया अस्पताल मांडीखेड़ा में पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। प्राथमिक जांच के आधार पर पुलिस का अनुमान है कि हादसा चालक को झपकी आने के कारण हुआ होगा, जिसके चलते वह नियंत्रण खो बैठा। फिलहाल, पुलिस डंपर के मालिक से संपर्क साधने की कोशिश कर रही है ताकि यह पता चल सके कि डंपर कहां से चला था और उसे कहां जाना था। इस दर्दनाक घटना ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं, जहां तेज रफ़्तार के कारण अक्सर गंभीर हादसे होते रहते हैं। 

Tags:    

Similar News