Yamunanagar: कड़ाके की ठंड से छुटी लोगों की कंपकपी, बर्फीली शीतलहर चलने से जनजीवन अस्त व्यस्त

यमुनानगर में पिछले दस दिनों से दिन भर बर्फीली हवाओं के चलने, घना कोहरा छाने व दिन भर आसमान में धुंध के बादल छाने से लोग परेशान हो उठे हैं। ठंड ने लोगों की कंपकपी छुड़ाई।

Updated On 2024-01-09 17:50:00 IST
यमुनानगर में घना कोहरा पड़ने से प्रभावित हुई आलु की फसल व घने कोहरे में सड़कों पर लाइटें जलाकर अपने गंतव्य पर जाते हुए वाहन। 

Yamunanagar: पिछले दस दिनों से जिले में दिन भर बर्फीली हवाओं के चलने, सुबह के वक्त घना कोहरा छाए रहने व दिन भर आसमान में धुंध के बादल छाने से मौसम में कड़ाके की ठंड का प्रकोप बढ़ रहा है, जिससे लोग परेशान हो उठे हैं। कड़ाके की ठंड ने जहां लोगों की कंपकपी छुटा रखी है, वहीं फसलें भी कोहरे से प्रभावित होने लगी हैं। आलम यह है कि दिन भर लोग अलाव जलाने और गर्म कपड़ों में दुबकने को मजबूर हो गए हैं। वहीं, फसलों को कोहरे से बचाने के लिए किसान उनमें सिंचाई और दवाइयों का स्प्रे करने लगे हैं।

दस दिन से नहीं हुए सूर्यदेव के दर्शन

आसमान में दिन भर धुंध के बादल छाए रहने और सुबह के वक्त घना कोहरा छाए रहने की वजह से पिछले दस दिन से जिले में सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए हैं। मंगलवार को लोगों को उम्मीद थी कि सूर्यदेव के दर्शन होंगे और ठंड के कहर से कुछ राहत मिलेगी। मगर दिन भर सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए और आसमान में धुंध के बादल छाए रहने के साथ बर्फीली हवाएं चलने से मौसम में कड़ाके की ठंड बनी रही।

निमोनिया, खांसी व जुखाम से पीड़ित होने लगे लोग

मौसम में ठंड बढ़ने से बच्चे, महिलाएं व बुजुर्ग निमोनिया, खांसी व जुखाम आदि बीमारियों से पीड़ित होने लगे हैं। चिकित्सकों ने बच्चों और बुजुर्गों को अधिक ठंड में बाहर नहीं निकलने की सलाह दी। यदि जरूरी है तो गर्म कपड़े लपेट कर ही बाहर निकलें। इस दौरान पानी को गर्म करके पीएं और ठंडी वस्तुओं के खाने से परहेज करें।

फसलें भी होने लगी प्रभावित

घना कोहरा पड़ने और धूप नहीं निकलने की वजह से आलू की फसल प्रभावित होने लगी है। वहीं, अन्य सब्जियों को उगाने के लिए तैयार की जा रही पौध भी पाला पड़ने से झूलसने लगी है। सब्जी उत्पादक किसान कृष्ण व मंशा राम का कहना है कि आलू की फसल के पत्ते पाला पड़ने से झूलसने लगे हैं। जिससे फसल की पैदावार कम होने के आसार बन गए हैं। वहीं, अन्य सब्जियों की पौध पर भी बूरा असर पड़ना शुरु हो गया है। यदि अगले कुछ दिन और सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए तो सभी सब्जियों के साथ गेहूं व सरसों की फसल पर भी बूरा असर पड़ने की संभावना है।

तापमान में आई गिरावट

ठंड के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए मंगलवार को जिले का न्यूनतम तापमान घटकर सात डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान मात्र 16 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कोहरे व बर्फीली हवाओं ने लोगों को दिनभर परेशान किया। ठंड के प्रकोप से अपने आप को बचाने के लिए लोगों को अलाव का सहारा लेते हुए देखा गया।

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