रेवाड़ी में डायरी के 5 पन्नों पर लिखी खुदकुशी की इबारत:  फांसी के फंदे पर लटका युवक, मकान की रजिस्ट्री नहीं करवाई तो उठाया कदम

रेवाड़ी में मकान का सौदा करने के बावजूद रजिस्ट्री करवाने से इनकार करने पर एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर दी। मरने से पहले युवक ने 5 पन्नों का सुसाइड नोट लिखा।

Updated On 2024-05-02 17:57:00 IST
प्रतीकात्मक तस्वीर। 

Rewari: पेंचर के खोखे से मेहनत की कमाई करते हुए मकान खरीदने के सपने को साकार कर रहे एक व्यक्ति का जब सपना टूटता हुआ नजर आने लगा, तो डायरी के पांच पन्नों में अपनी व्यथा का बखान करने के बाद उसने फांसी लगाकर जिंदगी खत्म कर ली। पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर दंपति सहित तीन लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का केस दर्ज किया। सुसाइड नोट को पुलिस ने एफएसएल भेजने की प्रकिया शुरू कर दी। शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के हवाले कर दिया।

नीम के पेड़ पर लटका हुआ था शव

मुंडियाखेड़ा निवासी सत्यवीर ने दिल्ली-जयपुर नेशनल हाइवे पर कान्हावास मोड़ के पास टायर पेंचर का खोखा किया हुआ था। सुबह उसका शव खोखे के पीछे खेत में नीम के पेड़ से लटका हुआ था। आसपास के लोगों की सूचना पर  उसका बेटा धनराज और परिवार के सदस्य मौके पर पहुंचे। सूचना मिलने के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शव को पेड़ से उतरवाया। तलाशी लेने पर मृतक की जेब से उसका मोबाइल फोन और डायरी के पांच पेज पर लिखा सुसाइड नोट मिला, जिसमें उसने अपनी मौत के लिए महीपाल, उसकी पत्नी मंजूबाला और महीपाल के साले फौजी को जिम्मेदार ठहराया। पुलिस ने सुसाइड नोट को कब्जे में लेकर एफएसएल के पास भेज दिया।

सौदा करने के बाद नहीं हुई रजिस्ट्री

सुसाइड नोट में सत्यवीर ने लिखा कि उसने महीपाल के साथ एक मकान का एग्रीमेंट किया था। कुछ रकम गांव के प्रबुद्ध लोगों की मौजूदगी में एग्रीमेंट के समय ही अदा कर दी थी। शेष रकम रजिस्ट्री के समय देने के लिए सौदा किया गया था। रजिस्ट्री कराने की अंतिम तिथि गत 30 अप्रैल थी। उसने महीपाल को रजिस्ट्री के दिन कहा कि वह उसे कुछ रकम नकद दे रहा है और शेष का चेक दे रहा है। महीपाल ने उसे बताया कि वह इस समय स्कूल जा रहा है। बाद में उससे बात करता है। रजिस्ट्री का दिन निकल जाने के बाद महीपाल और उसकी पत्नी ने उससे कहा कि अब वह मकान और दिए हुए पैसे भूल जाए।

बीमार पिता से मरते समय मांगी माफी

सुसइड नोट में सत्यवीर ने लिखा कि उसने मकान का एग्रीमेंट करने के बावजूद महीपाल से मकान खाली नहीं कराया। इसके बावजूद उसकी पत्नी और साले ने उसके साथ धोखा किया है। उसने अपने बीमार पिता से माफी मांगते हुए पुलिस से गुहार लगाई कि उसके बीवी-बच्चों को न्याय दिलाते हुए मकान उनके नाम कराया जाए। उसने महीपाल के साथ हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग भी उसके मोबाइल फोन में होने की बात कहते हुए उसकी मौत के जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की मांग की।

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