हरियाणा में सड़कों पर उतरे युवा: सरकारी भर्तियों पर रोक के खिलाफ प्रदर्शन, भूपेंद्र हुड्डा के आवास के बाहर जमकर बवाल
Haryana Protest: चुनावी माहौल में आचार संहिता लगने से हरियाणा में सरकारी भर्तियों पर रोक लगा दी गई है। इस बात से नाराज युवा आज सड़कों पर उतर आए हैं।
Haryana Protest: हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद आचार संहिता लागू कर दी गई, जिसके चलते तमाम विकास कार्य और सरकारी भर्तियों पर रोक लगा दी गई। अब इस बात से नाराज बेरोजगार युवा सड़कों पर उतर आए हैं। सरकारी भर्तियों पर रोक के खिलाफ जगह-जगह प्रदर्शन हुआ। चंडीगढ़ में भी युवा सड़क पर उतर आए और जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी चंडीगढ़ में MLA हॉस्टल पहुंच गए। युवाओं ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा के आवास को भी घेरने का ऐलान कर दिया।
जानकारी के मुताबिक, विरोध प्रदर्शन के दौरान युवाओं को पुलिस ने रोकने का प्रयास किया, लेकिन हालात और भी ज्यादा बिगड़ गए। इस दौरान चंडीगढ़ पुलिस के साथ युवाओं की झड़प भी हो गई। हालात बिगड़ते देख पुलिस ने वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया, जिसमें कईं युवा घायल हो गए। प्रदर्शन के दौरान युवाओं को पुलिस ने हिरासत में भी लिया है। भारतीय चुनाव आयोग (ECI) ने कांग्रेस सांसद जयराम रमेश की शिकायत के बाद हरियाणा में चल रही भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगा दी है।
भर्ती रोको गैंग के खिलाफ हरियाणा के युवाओं का जबरदस्त विरोध प्रदर्शन।
— Haryana BJP (@BJP4Haryana) August 28, 2024
हुड्डा साहब आंखें खोल कर देख लीजिए हरियाणा के युवाओं के खिलाफ आपका षड्यंत्र नहीं चलेगा भर्ती होगी बिना खर्ची बिना पर्ची। pic.twitter.com/mnDi09TqjY
चुनाव होने तक भर्ती प्रक्रिया पर रोक
दरअसल हरियाणा कांग्रेस ने HSSC की ओर से निकाली गई खेल डिपार्टमेंट में 76 पदों की भर्ती पर सवाल उठाए थे। इसके बाद पुलिस की 5600 कांस्टेबल भर्तियों नोटिफिकेशन को लेकर भी शिकायत की थी। कांग्रेस का कहना था कि इन भर्तियों का नोटिफिकेशन आचार संहिता लगने के बाद जारी किया गया था। जिसके बाद चुनाव आयोग ने विधानसभा चुनाव पूरा होने तक हरियाणा में HSSC द्वारा हरियाणा पुलिस में कॉन्स्टेबल के 5600 पदों, TGT और PTI के 76 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया पर रोक लगा गई।
आचार संहिता का भर्ती प्रक्रिया में उल्लंघन नहीं
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने आचार संहिता का उल्लंघन करने के मामले में शिकायत देने के बाद आयोग ने राज्य सरकार से इस मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी। जिसकी जांच करने के बाद पता लगा था कि आदर्श आचार संहिता (MCC) का भर्ती प्रक्रिया में कोई उल्लंघन नहीं मिला। तथ्यों की जांच करने के बाद आयोग को पता लगा कि भर्ती प्रक्रिया चुनाव की घोषणा से पहले शुरू हो गई थी। लेकिन फिर भी समान अवसर को ध्यान में रखते हुए ECI ने निर्देश दिया है कि संबंधित अधिकारियों (HSSC और HPSC) द्वारा इन भर्ती के परिणामों की घोषणा विधानसभा चुनाव पूरे होने तक नहीं की जाएगी।