रिश्वतकांड में बड़ी गिरफ्तारी : सरपंच की 8वीं की मार्कशीट जांच रहा था एसडीएम ऑफिस, ग्राम सचिव ने 3 लाख रुपये मांगे

नूंह में तैनात ग्राम सचिव को गुरुग्राम की एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने शुक्रवार को 3 लाख रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने एक सरपंच की मार्कशीट की जांच के लिए यह रकम मांगी थी।

Updated On 2025-02-07 21:07:00 IST
एसीबी की गिरफ्त में रिश्वत लेने का आरोपी ग्राम सचिव।

पंचकूला। नूंह में तैनात ग्राम सचिव को गुरुग्राम की एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने शुक्रवार को 3 लाख रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने एक सरपंच की मार्कशीट की जांच उसके पक्ष में करवाने के लिए यह रकम मांगी थी। यह जांच एसडीएम कर रहे थे। ग्राम सचिव के खिलाफ गुरुग्राम में केस दर्ज कर उसे अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपी को एक दिन के रिमांड पर भेजा है। अब एसीबी की टीम यह जांच कर रही है कि कहीं यह रिश्वत की राशि अन्य अधिकारियों में तो नहीं बंटनी थी। इस मामले में और कौन-कौन शामिल हैं। 

शिकायतकर्ता पहले एसडीएम ऑफिस में था कंप्यूटर ऑपरेटर

फिरोजपुर झिरका निवासी जुबैर ने एसीबी को दी शिकायत में बताया कि वह फिरोजपुर झिरका के एसडीएम कार्यालय में कंप्यूटर ऑपरेटर कार्यरत था। उस दौरान उसकी मुलाकात करहेड़ा गांव के सरपंच रामपाल से हुई। रामपाल की आठवीं क्लास की मार्कशीट की जांच एसडीएम कार्यालय में चल रही थी। जांच को सरपंच के पक्ष में करवाने के लिए उसकी बात नगीना खंड में तैनात ग्राम सचिव हसीन से हुई। हसीन ने उच्च अधिकारियों से बात करने की बात कही। इसके बदले उससे 3 लाख रुपये मांगे। उसने एसीबी को शिकायत दी। 

फार्म हाउस पर बुलाकर एसीबी से पकड़वाया

एसीबी की टीम ने आरोपी को पकड़ने के लिए पूरा जाल बिछाया। जुबैर ने हसीन को रिश्वत के पैसे लेने के लिए अपने फार्म हाउस पर बुला लिया, जहां एसीबी की टीम ने उसे रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। अब जांच की जा रही है कि हसीन को यह पैसे एसडीएम ऑफिस में देने थे या नहीं या फिर सारे पैसे वह खुद ही हड़प करना चाहता था। रिमांड के दौरान इन सब सवालों के जवाब तलाश किए जाएंगे। 
 

Similar News