ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग के नाम पर लाखों की ठगी: ट्रेडिंग का झांसा देकर जमा कराए रुपए, साइबर थाना पुलिस कर रही जांच
सोनीपत में ऑनलाइन एप के माध्यम से ट्रेडिंग व आईपीओ खरीद के नाम पर युवक से 14.65 लाख रुपए की ठगी की गई। साइबर थाना पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर केस दर्ज कर जांच शुरू की।
Sonipat: कुंडली थाना क्षेत्र में ऑनलाइन एप के माध्यम से ट्रेडिंग व आईपीओ खरीद के नाम पर युवक से 14.65 लाख रुपए हड़प लिए गए। पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस को दी। पुलिस ने विभाग की तरफ से मामले को साइबर थाने में भेजा। जिस पर विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया। पीड़ित का आरोप है कि साइबर ठग अब उससे 12.56 लाख रुपए और मांग रहे है। साथ ही उसे धमकी दी जा रही है। पुलिस मामले में आरोपियों की तलाश कर रही है।
ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग संस्थान से जुड़ा था पीड़ित
अपार्टमेंट कुंडली निवासी प्राणतोष ने बताया कि 9 जनवरी को वह एफआईआई अकाउंट नाम के ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग संस्थान से जुड़ा था। उन्होंने वह वेल स्टॉक नामक ऑनलाइन एप के माध्यम से प्री-मार्केट ट्रेडिंग और आईपीओ खरीदारी की। वह उन्हें रोज शेयर खरीदने की सलाह देने लगे। साथ ही वह अपने खाता नंबर पर रुपए जमा कराने की सलाह देते थे। उन्होंने बातों में लेकर उनसे करीब एक माह में 14.65 लाख रुपए जमा करा लिए। उनके खाते में 69.54 लाख रुपए दिखाई देने लगे। उन्होंने पुलिस को बताया कि 22 फरवरी उन्हें मैसेज मिला कि खाते को चालू रखने के लिए इसमें जमा धनराशि कम है और उन्हें 50 लाख रुपए जमा करने को कहा गया। उन्होंने रुपए जमा कराने से मना कर दिया। फिर उन्होंने कहा कि वह अपने खाते से सभी रुपए निकाल सकते है या इसमें बड़ी राशि जमा होने तक इंतजार कर सकते है।
आरोपियों ने रुपए निकालने के समय बनाया बहाना
पीड़ित ने बताया कि जब आरोपियों से रुपए निकालने को कहा तो उन्होंने इसके लिए बहाना बना दिया। साथ ही कहा कि अमेरिका की कर प्रणाली के अनुसार व्यक्ति की 60,000 और 150,000 के बीच की वार्षिक आय 30 फीसदी व्यक्तिगत आयकर के अधीन है। ऐसे में कुल 41.87 लाख रुपए पर कर के रूप में 12.56 लाख आयकर के रूप में भुगतान करने होंगे। उनके खाते में जमा राशि से टैक्स काटकर उनकी राशि वापस कर देना। उन्होंने इस तरह रुपए देने से मना कर दिया। तब उन्हें साइबर ठगी का पता लगा। मामले को लेकर पुलिस को अवगत कराया। पीड़ित ने कहा कि उसने 9 जनवरी से लेकर 19 फरवरी तक 15 बार में दिए गए खातों में रुपए जमा कराए है। मामले को साइबर थाने में भेजा गया है। पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।