खाद की कमी: मेवात में कालाबाजारी, दुकानदारों की मनमानी, किसान परेशान
रबी फसल की बिजाई का समय नजदीक आने के साथ खाद की कालाबाजारी शुरू हो गई है। मेवात में यूरिया 400 व डीएपी 1850 रुपये तक बेचे जा रहे हैं।
नूंह में एक गोदाम में रखें यूरिया के कट्टे उठाते मजदूर।
खाद की कमी : हरियाणा के नूंह में रबी की फसल की बिजाई का समय नजदीक आने के साथ खाद की कालाबाजारी शुरू हो गई है। दुकानदार किसानों से मनमाने दाम वसूलकर मुनाफावसूली कर रहे हैं और विभागीय अधिकारी सबकुछ जानते हुए भी अनजान बने हुए हैं। खाद की कमी व दुकानदारों की मुनाफावसूली से रबी फसल की बिजाई की तैयारी में जुटे किसानों की परेशानी बढ़ने लगी है। किसानों ने बताया कि दुकानदार एक बैग डीएपी खाद के लिए 1800 -1850 तक की रकम वसूल रहे हैं।
270 का यूरिया 400 रुपये में बिक रहा
यूरिया का बैग 400 रुपये तक का बेचा जा रहा है। सरकार द्वारा डीएपी खाद का मूल्य 1350 रुपए प्रति बैग और यूरिया का 270 रुपए निर्धारित किया गया है। खाद बीज की दुकान चलाने वाले दुकानदार मनमानी कर रहे हैं। खाद महंगा मिलने के कारण किसानों को परेशानी हो रही है।वरिष्ठ समाजसेवी फजरू दीन बेसर, अख्तर हुसैन झारोकड़ी, ताहिर हुसैन नई, रशीद अहमद एडवोकेट, सराफत खान एडवोकेट सहित अन्य किसानों ने बताया कि सरसों ओर गेहूं की बिजाई का समय नजदीक आ गया है। ऐसे में किसानों को डीएपी खाद की आवश्यकता है।
1850 रुपये में बिक रहा 1350 का डीएपी
पुन्हाना में सरकारी दुकानों पर खाद नहीं मिलने के कारण किसानों से निजी दुकानदार ज्यादा पैसे ले रहे हैं। डीएपी खाद की कीमत 1350 रुपए है, लेकिन किसानों को वह 1850 में मिल रहा है। वहीं यूरिया बैग का रेट 270 है, जिसे 400 तक बेचा जा रहा है। किसानों ने बताया कि सरसों और गेहूं की बिजाई के लिए महंगे दामों पर खाद खरीदने को मजबूर हैं। आरोप है कि पुन्हाना जमालगढ़ रोड पर लाइसेंस से खाद बीज बेचने वाले दुकानदारों ने अपने - अपने गोदाम में डीएपी खाद का स्टॉक किया हुआ है। यह थोड़े कट्टे दुकान पर दिखावे के लिए रखते हैं।
विभाग खामोश, उठ रहे सवाल
विभाग को कालाबाजारी रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है। किसानों ने सरकार व प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द खाद उपलब्ध कराया जाए ताकि गेहूं और सरसों की बुवाई में किसानों को परेशानी ना हो। खाद की कालाबाजारी के लिए नकली डीएपी खाद भी बाजार में बेचा जा रहा है। जिसका खुलासा सोमवार को नूंह में सीएम फ्लाइंग रेवाड़ी की टीम द्वारा किया गया था। ऐसे में किसानों की सालभर की मेहनत पर नकली खाद पानी फेर सकता है। खाद की कालाबाजारी को लेकर खंड कृषि अधिकारी सुनील कुमार ने कहा कि किसानों को जागरूक होने की जरूरत है। किसान जिस दुकान से सामान खरीद रहे हैं, उस दुकान से बिल अवश्य लें। जब तक सामान का बिल नहीं मिलेगा विभाग कैसे कार्रवाई करेगा।
निष्पक्ष जांच हो तो लाइसेंस होंगे रद
पुन्हाना क्षेत्र में खाद की कालाबाजारी हो रही है तो उसकी जांच कराई जाएगी। खाद की कालाबाजारी करने वाले दुकानदारों के लाइसेंस भी रद किए जाएंगे। इसके लिए किसानों को विभाग का सहयोग करना बहुत जरूरी है। डॉ वीरेंद्र देव आर्य उप निदेशक क़ृषि विभाग ने कहा कि सरसों बुआई के लिए खाद पर्याप्त है। गेंहू की बिजाई जब तक होगी खाद उपलब्ध हो जाएगा।