हिसार के DEO पर गिरी गाज: स्कूलों को मान्यता देने के लिए मांगी रिश्वत, CM सैनी तक पहुंची शिकायत

Hisar DEO Suspended: हरियाणा सरकार की ओर से हिसार के डीईओ प्रदीप नरवाल को सस्पेंड करने का आदेश जारी किया गया है। आरोप है कि डीईओ स्कूलों को मान्यता देने के लिए पैसे की डिमांड कर रहे थे।

Updated On 2025-03-27 19:31:00 IST
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Hisar DEO Suspended: हरियाणा में हिसार के जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) प्रदीप नरवाल को सस्पेंड कर दिया गया है। सरकार की ओर से उन्हें सस्पेंड करने के ऑर्डर जारी कर दिए गए हैं। उनकी जगह पर सिरसा के जिला शिक्षा अधिकारी यानी डीईओ वेद प्रकाश को जिम्मेदारी दी गई है। बता दें कि प्रदीप नरवाल 4 दिन बाद रिटायर होने वाले थे, लेकिन उससे पहले ही भ्रष्टाचार से जुड़े मामले में शामिल होने के चलते उनके ऊपर गाज गिर गई।

जानकारी के मुताबिक, प्रदीप नरवाल पर आरोप है कि उन्होंने स्कूल को मान्यता देने के लिए रिश्वत की मांग थी। स्कूल प्रबंधक की ओर से रिश्वत न मिलने पर अधिकारी ने 29 कमरों के स्कूल को 18 कमरों का दिखाया।

सीएम सैनी तक पहुंची शिकायत

दरअसल, प्रदीप नरवाल ने जिस स्कूल से रिश्वत की मांग की थी, वह आरएसएस (RSS) से जुड़े के नेता का है। डीईओ ने स्कूल को मान्यता देने के बदले में 12 लाख रुपए की मांग की थी, लेकिन आरएसएस नेता ने रिश्वत के लिए पैसे देने से मना कर दिया था। इसके बाद डीईओ प्रदीप नरवाल ने स्कूल में कमी निकालकर उसकी मान्यता रद्द कर दी। जानकारी के मुताबिक, इस मामले में दो दिन पहले प्राइवेट स्कूलों का एक प्रतिनिधिमंडल ने नायब सैनी से मुलाकात की थी। सीएम से शिकायत कर आरोप लगाया था कि डीईओ एक स्कूल को मान्यता देने के लिए 12 लाख रुपए की डिमांड कर रहा है। सीएम से शिकायत के बाद डीईओ प्रदीप नरवाल के ऊपर कार्रवाई करके सस्पेंड कर दिया है।

रिश्वत लेकर अयोग्य स्कूलों को दी मान्यता

हिसार के डीईओ प्रदीप नरवाल पर यह आरोप भी है कि वह रिश्वत लेकर उन स्कूलों को मान्यता दी है, जो मापदंडों के हिसाब से अयोग्य हैं। सीएम से शिकायत कर प्रतिनिधिमंडल ने एक ऑडियो भी सुनाया, जिसमें डीईओ रिश्वत की डिमांड कर रहा है। जानकारी के मुताबिक, सीएम सैनी को जिस स्कूल संचालक की ऑडियो सौंपी गई, उस संचालक ने भी डीईओ को पैसे दिए थे। सीएम नायब सैनी ने डीईओ को सस्पेंड करने के साथ ही जांच के आदेश दिए हैं। वहीं, प्रदीप नरवाल का कहना है कि 31 मार्च को उनकी रिटायरमेंट है और अभी उनके पास सस्पेंशन के ऑर्डर नहीं आए हैं।

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