Exam Boycott in HAU: 350 में से केवल 50 ने ही दी परीक्षा, प्रोफेसरों पर आरोप-पेपर दिलवाने को दे रहे धमकी
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार में तमाम धमकियों व प्रयासों के बावजूद प्रशासन परीक्षा देने के लिए छात्रों को नहीं मना पाया। 350 में से करीब 50 ने ही परीक्षा दी। जानें क्या है पूरा विवाद।
Exam Boycott in HAU : हरियाणा के हिसार में स्थित हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU) में छात्र आंदोलन नए मोड़ पर पहुंच गया है। स्कॉलरशिप नीति में बदलाव और हाल ही में हुए लाठीचार्ज के खिलाफ छात्रों का धरना अब परीक्षा के बहिष्कार तक पहुंच चुका है। सोमवार को शुरू हुई यूनिवर्सिटी परीक्षाओं का अधिकतर विद्यार्थियों ने बहिष्कार किया। बताया जा रहा है कि 350 विद्यार्थियों में से करीब 50 ने ही परीक्षा में भाग लिया, जिनमें से काफी विदेशी छात्र हैं।
9 विदेशी विद्यार्थियों ने दी परीक्षा, स्थानीय ने किया बहिष्कार
सोमवार को यूनिवर्सिटी में आयोजित परीक्षाओं में लगभग 350 विद्यार्थियों को शामिल होना था, लेकिन इनमें से केवल 50 छात्र ही परीक्षा कक्ष में पहुंचे। इनमें से 9 छात्र विदेशी नागरिक हैं। छात्रों का कहना है कि उन्होंने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि जब तक उनकी मांगों पर विश्वविद्यालय प्रशासन कोई ठोस कार्रवाई नहीं करता, तब तक वे परीक्षाओं का पूर्ण रूप से बहिष्कार करेंगे। छात्रों की मुख्य मांग में अब वीसी का इस्तीफा और नामजद अधिकारियों की गिरफ्तारी प्रमुख है।
प्रोफेसरों पर जबरदस्ती परीक्षा दिलाने के आरोप, वीडियो वायरल
आंदोलनकारी छात्रों ने आरोप लगाया कि कुछ शिक्षकों ने छात्रों पर परीक्षा में बैठने का दबाव बनाया और हॉस्टल जाकर उन्हें जबरदस्ती परीक्षा केंद्रों तक लाया गया। छात्राओं ने शिकायत की कि पुरुष पुलिसकर्मियों के साथ वार्डन गर्ल्स हॉस्टल पहुंचे और दरवाजे खटखटाकर उन्हें धमकाया गया। केस दर्ज करने तक की धमकी दी गई। सोमवार को एचएयू के बावल स्थित कृषि कॉलेज का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें छात्र और प्रोफेसर परीक्षा को लेकर बहस करते नजर आए। छात्रों का आरोप है कि उन्हें जबरन परीक्षा केंद्र तक लाया गया, जबकि प्रोफेसर इस बात से इनकार करते दिखे। पुलिस भी मौके पर मौजूद थी और स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास कर रही थी। वहीं, प्रिंसिपल का कहना है कि उन्हें पता चला था कि कुछ छात्राओं को जबरन परीक्षा देने से रोका जा रहा है।
पूर्व विधायक व किसान संगठन का समर्थन
धरनास्थल पर सोमवार को छात्रों को समर्थन देने के लिए पूर्व विधायक रामनिवास घोड़ेला और 'पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति' के सदस्य भी पहुंचे। छात्रों और किसानों ने मिलकर विश्वविद्यालय प्रशासन और कुलपति के खिलाफ नारेबाजी की और कुलपति का पुतला जलाकर विरोध जताया।
10 जून को छात्राें पर हुआ था लाठीचार्ज
मामले की शुरुआत पिछले सप्ताह 10 जून को तब हुई जब छात्र अपनी मांगों को लेकर कुलपति कार्यालय पहुंचे थे। छात्रों को गेट पर रोक लिया गया, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। सिक्योरिटी गार्ड ने छात्रों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। शाम को फिर कुछ अधिकारियों व सिक्योरिटी गार्ड ने छात्रों पर लाठीचार्ज किया, जिसमें कई के सिर फूट गए।
एचएयू अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज, गिरफ्तारी की मांग
आंदोलनकारी छात्रों की शिकायत पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने विश्वविद्यालय के सिक्योरिटी इंचार्ज, रजिस्ट्रार और कुछ प्रोफेसरों सहित 8 लोगों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं 110, 190, 191(2), 191(3) और 351(3) के तहत मामला दर्ज किया है। इन सभी की गिरफ्तारी की मांग की जा रही है। वीसी से भी इस्तीफा मांगा जा रहा है।