हांसी में ऑनलाइन ट्रेडिंग फ्रॉड: ऐप के जरिए 97 लाख की ठगी, तीसरा आरोपी गिरफ्तार
धोखाधड़ी की शुरुवात फेसबुक से शुरू हुई, जहां एक महिला ने खुद को विप्रो कंपनी की इंजीनियर बताकर शेयर ट्रेडिंग का लालच दिया। पीड़ित वॉट्सऐप ग्रुप में जोड़ा गया, जहां फर्जी मुनाफे के स्क्रीनशॉट दिखाए जाते थे।
हिसार के हांसी में साइबर क्राइम पुलिस ने ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर लाखों रुपये की धोखाधड़ी के एक बड़े मामले में तीसरे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। इस गिरोह ने एक व्यक्ति से 97.65 लाख रुपये की ठगी की थी। पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है और इससे पहले दो अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।
फेसबुक से शुरू हुआ जाल
यह धोखाधड़ी सिसाय बोलान निवासी सुभाष पुरी के साथ हुई। सुभाष ने अपनी शिकायत में बताया कि 30 सितंबर 2024 को उन्हें फेसबुक पर एक महिला का मैसेज मिला। उस महिला ने खुद को बेंगलुरु की एक जानी-मानी कंपनी विप्रो में क्वालिटी एश्योरेंस इंजीनियर बताया। शुरुआती बातचीत के बाद, महिला ने सुभाष को शेयर बाजार में ट्रेडिंग करके भारी मुनाफा कमाने का लालच देना शुरू कर दिया।
फर्जी ग्रुप और SAIF LNC ऐप का इस्तेमाल
धोखाधड़ी करने वालों ने सुभाष को एक वॉट्सऐप ग्रुप में जोड़ लिया। इस ग्रुप में वे नियमित रूप से फर्जी मुनाफे के स्क्रीनशॉट दिखाते थे ताकि सुभाष को लगे कि यह एक वैध और लाभदायक निवेश का अवसर है। एक बार जब सुभाष को विश्वास हो गया, तो आरोपियों ने उन्हें SAIF LNC नामक एक ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा।
निवेश, अकाउंट ब्लॉक और जुर्माने का बहाना
सुभाष ने इस ऐप में एक खाता खोला और अपनी जमा-पूंजी निवेश कर दी। हालांकि निवेश करने के तुरंत बाद, उनका अकाउंट ब्लॉक कर दिया गया। इसके बाद, ठगों ने अकाउंट को एक्टिवेट करने या मुनाफे को निकालने के लिए जुर्माना लगाने के बहाने सुभाष से पैसे की मांग की। इसी तरह, उनसे किस्तों में कुल 97.65 लाख रुपये ठग लिए गए।
दो आरोपी पहले से गिरफ्तार
इस मामले में साइबर क्राइम पुलिस ने पहले ही दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। इनकी पहचान पश्चिम दिल्ली के चंद्र विहार एक्सटेंशन निलोठी निवासी नवीन और मनिंदर के रूप में हुई थी। अब, पुलिस ने इस धोखाधड़ी के तीसरे आरोपी टेकन को गिरफ्तार किया है, जो उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ का रहने वाला है। साइबर क्राइम टीम ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर इस आरोपी को दबोचा। उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
साइबर फ्रॉड होने पर 1930 पर कॉल करें
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे ऑनलाइन धोखाधड़ी से सावधान रहें। लोगों को अनजान लिंक या ग्रुप से सतर्क रहने और किसी भी स्थिति में अपनी निजी जानकारी साझा न करने की सलाह दी गई है। साइबर फ्रॉड का शिकार होने पर तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करने का निर्देश दिया गया है, ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके और धोखाधड़ी को रोका जा सके। यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि ऑनलाइन निवेश और जल्दी पैसे कमाने के लालच से जुड़े विज्ञापनों और लिंक्स से हमेशा सावधान रहना चाहिए।