Sandeep Lohar Encounter: हरियाणा का 'साइको किलर' संदीप लोहार मुठभेड़ में मारा गया, ट्रक ड्राइवरों को बनता था निशाना
Sandeep Pehalwan Encounter: पुलिस ने कुख्यात बदमाश संदीप पहलवान को मुठभेड़ मार गिराया है। उत्तरप्रदेश के बागपत में इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। इस कार्रवाई में हेड कॉन्स्टेबल भी गोली लगने से घायल हो गए हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।
हरियाणा का बदमाश संदीप लोहार उर्फ पहलवान मुठभेड़ में मारा गया।
Sandeep Lohar Encounter: पुलिस और STF की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 'साइको किलर' संदीप लोहार उर्फ संदीप पहलवान को मुठभेड़ में मार गिराया है। बीती देर रात पुलिस टीम ने उत्तरप्रदेश के बागपत कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। बदमाश पर ट्रक ड्राइवरों को लूटकर उनकी हत्या करने के मामले में शामिल था। संदीप पहलवान पर पुलिस ने 1 लाख का इनाम भी घोषित किया हुआ था। संदीप पर हत्या समेत लूट, डकैती जैसै संगीन अपराधों के करीब 16 मुकदमे दर्ज थे।
बदमाश के सीने और पैर में लगी गोली
जानकारी के मुताबिक, STF और पुलिस को सूचना मिली थी कि बागपत के मवीकलां में है। संदीप पहलवान अपने साथियों के साथ है। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने बदमाशों को पकड़ने की कोशिश की तो बदमाशों ने फायरिंग शुरु कर दी जिसमें, नोएडा STF के हेड कॉन्स्टेबल सुनील कुमार को गोली लग गई।
जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चला दी और संदीप पहलवान के सीने और पैर में गोली लग गई। जिसके बाद बदमाश संदीप और हेड कॉन्स्टेबल सुनील कुमार को तुरंत अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने इलाज के दौरान संदीप को मृत घोषित कर दिया। जबकि हेड कॉन्स्टेबल सुनील कुमार की हालत स्थिर बताई जा रही है।
पुलिस ने बरामद किए बाइक और कारतूस
बदमाश संदीप पहलवान रोहतक के भैणी महाराजगंज गांव का रहने वाला था। संदीप पहलवान ट्रक ड्राइवरों को लूटकर उनकी बेरहमी से हत्या कर देता था। SP सूरज कुमार राय ने बताया कि 15 मई की रात बदमाश संदीप लोहार ने गिरोह के सदस्यों के साथ मिलकर कानपुर में ट्रक से चार करोड़ रुपए की निकिल प्लेट लूटी थी। इस घटना के बाद से फरार था। इस पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया था। इसकी तलाश में एसटीएफ भी लगी थी। पुलिस ने घटनास्थल से पिस्टल, बाइक और कारतूस बरामद किए हैं।
लूट की वारदात के बाद फरार था बदमाश
संदीप लोहार पहले ट्रक चालक था। बताया जा रहा है कि साल 2012 में संदीप ने अपराध की दुनियां में कदम रखा था। संदीप ने 2013 में हिसार में लूट के बाद ट्रक ड्राइवर की हत्या कर दी। 2014 में गुरुग्राम में हत्या, फिर हिसार में लूट के बाद हत्या की घटना को अंजाम दिया। 2015 में हत्या की वारदात को अंजाम दिया।
2016 में गुरुग्राम में चोरी और हिसार में दो अलग-अलग लूट की वारदातों को अंजाम दिया गया है। करीब 5 साल तक संदीप पर कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। साल 2021 में मारपीट को लेकर मुकदमा दर्ज हुआ था। 2023 में रोहतक में चोरी समेत तीन घटनाओं को अंजाम दिया था। 2025 में कानपुर करोड़ों की लूट को अंजाम देने के बाद से संदीप फरार था। काफी समय से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी।