गुरुग्राम विश्वविद्यालय को मिले नए कुलपति: वरिष्ठ प्रोफेसर संजय कौशिक ने संभाला कार्यभार

राज्यपाल और विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय ने यह नियुक्ति की। प्रोफेसर कौशिक विश्वविद्यालय के तीसरे कुलपति हैं और उन्हें भारत रत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन शिक्षा सम्मान पुरस्कार सहित कई प्रतिष्ठित सम्मान मिल चुके हैं।

Updated On 2025-06-18 18:24:00 IST

हरियाणा राजभवन चंडीगढ़ से जारी एक महत्वपूर्ण अधिसूचना के अनुसार वरिष्ठ प्रोफेसर संजय कौशिक को गुरुग्राम विश्वविद्यालय का नया कुलपति नियुक्त किया गया है। राज्यपाल और विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय ने यह नियुक्ति की है। प्रोफेसर कौशिक विश्वविद्यालय के तीसरे कुलपति हैं और उन्होंने प्रोफेसर सुशील कुमार तोमर का स्थान लिया है, जो जनवरी से प्रोफेसर दिनेश कुमार का कार्यकाल समाप्त होने के बाद अतिरिक्त प्रभार कुलपति के रूप में कार्यभार संभाल रहे थे।

शिक्षा क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए सम्मानित

एक आधिकारिक बयान के अनुसार प्रोफेसर संजय कौशिक शिक्षा के क्षेत्र में अपने उत्कृष्ट कार्य के लिए जाने जाते हैं। उन्हें जीनियस ब्रेन और एचआरडी मिशन, दिल्ली द्वारा भारत रत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन शिक्षा सम्मान पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। यह सम्मान उनके शैक्षणिक योगदान और समर्पण को दर्शाता है।

विवि को वैश्विक और NAAC मान्यता दिलाना मुख्य उद्देश्य

पदभार ग्रहण करने के बाद प्रोफेसर संजय कौशिक ने अपने मुख्य उद्देश्यों को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि उनका प्राथमिक लक्ष्य गुरुग्राम विश्वविद्यालय को वैश्विक मान्यता दिलाना होगा। इसके साथ ही वे विश्वविद्यालय को NAAC (राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद) मान्यता के लिए तैयार करने पर भी विशेष ध्यान देंगे। NAAC मान्यता किसी भी उच्च शिक्षा संस्थान के लिए गुणवत्ता और उत्कृष्टता का प्रतीक होती है। प्रोफेसर कौशिक ने यह भी बताया कि वे विश्वविद्यालय में चल रही सभी शैक्षणिक और बुनियादी ढांचा विकास परियोजनाओं को गति देंगे, ताकि विश्वविद्यालय का समग्र विकास सुनिश्चित हो सके।

प्रबंधन, अनुसंधान और सामाजिक कार्य में विशिष्ट योगदान

प्रोफेसर संजय कौशिक का अकादमिक और पेशेवर सफर काफी प्रभावशाली रहा है। उन्हें प्रबंधन, शिक्षा, अनुसंधान और सामाजिक कार्य के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है- जिसमें प्रतिभा स्पंदन सोसायटी, शिमला द्वारा हिम रत्न-2023 पुरस्कार, एसोसिएशन ऑफ रिसर्च एंड एडवांस्ड स्टडीज, पंजाब द्वारा डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन सर्वश्रेष्ठ शिक्षक और अनुसंधान पुरस्कार-2020, पीसीएमए, पंजाब द्वारा पीसीएमए युवा शोधकर्ता पुरस्कार-2015, आर्थिक विकास और अनुसंधान संगठन, पंजाब द्वारा उत्कृष्ट अनुसंधान पुरस्कार-2012 आदि।

इन सम्मानों से प्रोफेसर कौशिक की बहुमुखी प्रतिभा और विभिन्न क्षेत्रों में उनके उल्लेखनीय योगदान का पता चलता है। गुरुग्राम विश्वविद्यालय को उनके नेतृत्व में नई ऊंचाइयों को छूने की उम्मीद है, जिससे यह हरियाणा ही नहीं, बल्कि देश भर में उच्च शिक्षा का एक प्रमुख केंद्र बन सके। यह नियुक्ति विश्वविद्यालय के भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। 

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