Matra Van: गुरुग्राम में 750 एकड़ जमीन पर बनेगा मातृ वन, प्रगति समेत प्रकृति से भी कनेक्ट होगा शहर

Matra Van in Gurugram: गुरुग्राम में मातृ वन विकसित किया जाएगा। इसे लेकर मंत्री मनोहर लाल खट्टर और पर्यावरण, वन मंत्री भूपेंद्र यादव ने मातृ वन का शिलान्यास किया है।

Updated On 2025-08-03 11:47:00 IST

गुरुग्राम में मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मातृ वन का शिलान्यास किया।

Matra Van in Gurugram: मिलेनियम सिटी गुरुग्राम में करीब 750 एकड़ की जमीन पर मातृ वन विकसित करने का फैसला लिया गया है। बताया जा रहा है कि इस मातृ वन को अरावली के जंगल के साथ लगते घाटा गांव और वजीराबाद की जमीन पर बनाया जाएगा। इस मौके पर केंद्रीय आवासन एवं ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर और पर्यावरण, वन मंत्री भूपेंद्र यादव ने बीते दिन शनिवार को सेक्टर-54 में मातृ वन का शिलान्यास किया है। मातृ वन विकसित करने का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा पेड़-पौधे लगाकर शहर को प्रदूषण मुक्त करना है।

मातृ वन में कौन से पौधे लगाए जाएंगे ?
वन विभाग की ओर से 750 एकड़ में विकसित मातृ वन में स्थानीय प्रजाति के पौधों जैसे बड़, पीपल, नीम, गुल्लर आदि जैसे पौधे लगाए जाएंगे। संभावना जताई गई है कि 10 सालों में मातृ वन से बेहतर परिणाम देखने को मिल सकता है। हरियाणा के वन मंत्री राव नरबीर सिंह के नेतृत्व में कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।
बताया जा रहा है कि मातृ वन के लिए जिन जगहों का चुनाव किया गया है, उन पर ज्यादा संख्या में काबुल कीकर लगा हुआ है, अब यहां पर बरगद, पीपल, गुल्लर, बेस पत्र, ईमली, पिलखन, नीम, बांस, फूल, औषधीय पौधे लगाए जाएंगे। इसके अलावा मातृ वन में नक्षत्र वाटिका, राशि वाटिका, कैक्टस गार्डन और बटरफ्लाई पार्क भी बनाए जाएंगे।

तितली पार्क भी होगा विकसित

कार्यक्रम के दौराम मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि गुरुग्राम प्रगति का शहर है, अब इसे प्रकृति से भी जोड़ा जाएगा। यहां पर पेड़-पौधे लगाए जाएंगे और उनकी देखभाल की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि एक व्यक्ति हर दिन व्यक्ति 1 ग्राम कार्बनडाऑक्साइड छोड़ता है, जबकि पेड़ हर रोज 60 से 90 ग्राम कार्बन ग्रहण करते हैं। ऐसे में हर व्यक्ति को 15 से 16 पेड़ों की जरुरत होती है। पेड़ वातावरण को साफ रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव के मुताबिक, हरियाणा वन विभाग से कोयंबटूर की तर्ज पर तितली पार्क विकसित करने का फैसला किया गया है, जिसमें औषधीय पौधों को प्राथमिकता दी जाएगी।

शहर में जंगल सफारी अलावा और क्या बनेगा ?

केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बताया कि कार्बन उत्सर्जन को रोकने के लिए कोयले की जगह हाइड्रो, सोलर, न्यूक्लियर एनर्जी जैसे विकल्पों को बढ़ाव दिया जा रहा है। मनोहर लाल ने कहा कि शहर मे पर्यटन को बढ़ावा देना भी जरुरी है। इसे लेकर गुरुग्राम में जंगल सफारी, HSIIDC ने 125 एकड़ में न्यूयार्क के सेंट्रल पार्क की तर्ज पर आनंद वन बनाने और 500 से 600 एकड़ में डिज्नीलैंड बनाने, सिंगापुर की तर्ज पर डिज्नीलैंड या सेक्टर 29 में बड़ा एक्वेरियम बनाने, एक बड़ा कंवेंशन सेंटर बनाने के साथ बायोडायवर्सिटी पार्क को और भी ज्यादा विकसित करने का फैसला लिया है।

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