Haryana New Rail Corridor: हरियाणा के ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर से होंगे बड़े फायदे, जानिए कौन-से इलाके होंगे कनेक्ट?

Orbital Rail Corridor: मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हरियाणा के नए रेल कॉरिडोर का उद्घाटन किया है। ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर से युवाओं के लिए रोजगार के अवसर खुलेंगे। व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा।

Updated On 2025-06-17 17:47:00 IST

Orbital Rail Corridor: गुरुग्राम में आज (17 जून) मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर के 11.05 किलोमीटर लंबे खंड (ट्रैक) का शुभारंभ किया। इस 'ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर' के शुरू होने से उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा और युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर खुलेंगे। ऐसा कहा जा रहा है कि यह कॉरिडोर मारुति प्लांट को सीधे पातली रेलवे स्टेशन से कनेक्ट करेगा।

कौन से जिले कनेक्ट होंगे?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर एक ऐसी परियोजना है, जिसे (HORC) हरियाणा रेल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HRRDC) द्वारा विकसित किया जा रहा है। यह रेल कॉरिडोर करीब 121.7 किलोमीटर लंबा है, जो पलवल से सोनीपत तक प्रस्तावित है, इससे गुरुग्राम, मानेसर, फर्रुखनगर और खरखौदा जैसे प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र कनेक्ट होंगे।

रेल यातायात का दबाव कम होगा
कॉरिडोर को शुरू करने का उद्देश्य दिल्ली के रास्ते होने वाले रेल यातायात के दबाव को कम करना है। इसके अलावा हरियाणा के औद्योगिक केंद्रों को सीधे रेल सेवा से कनेक्ट करना है। बता दें कि मारुति प्लांट से पातली रेलवे स्टेशन तक का 11.5 किलोमीटर का खंड ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर परियोजना का तैयार होने वाला पहला हिस्सा है।

मालगाड़ियों को होगा फायदा
ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर का फायदा मानेसर में मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड को होगा। मारुति प्लांट में तैयार होने वाली हजारों गाड़ियां अब सीधे पातली रेलवे स्टेशन के लिए बनाए गए विशेष यार्ड में लोड की जा सकेंगी। इस यार्ड में एक साथ 30 बोगी वाली मालगाड़ियां खड़ी हो सकेंगी, जिनमें 100 से 125 कारों को लोड करने की क्षमता होगी। मौजूदा समय में मारुति को अपनी तैयार गाड़ियों को भेजने के लिए सड़क परिवहन की सहायता लेनी पड़ती है। जिसकी वजह से समय, लागत और मेहनत ज्यादा खर्च होती है।

सड़क यातायात पर पड़ेगा अच्छा असर 
कॉरिडोर से केवल औद्योगिक फायदा नहीं होगा, बल्कि इससे पर्यावरण और सड़क यातायात पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। मानेसर से पातली तक सड़क पर हर दिन सैकड़ों मालवाहक गाड़ियों के आने जाने का दबाव बना रहता है। जिसकी वजह से जाम की समस्या का लोगों को सामना करना पड़ता है। ज्यादा ट्रैफिक होने से वायु प्रदूषण भी बढ़ जाता है। रेल के माध्यम से माल ढुलाई होने से सड़कों पर गाड़ियों का दबाव कम होगा। प्रदूषण का स्तर भी नियंत्रित होगा और राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात सुगम बनेगा।

मानेसर और आसपास के क्षेत्र को फायदा
यह परियोजना मानेसर और उसके आसपास के औद्योगिक क्षेत्रों के लिए एक गेम चेंजर साबित होगी। बेहतर रेल कनेक्टिविटी से दूसरे उद्योगों को भी अपने उत्पादों को देश के अलग-अलग हिस्सों में भेजने की सुविधा होगी। इससे व्यापार में बढ़ोतरी होगी। इस परियोजना से नए निवेश को बढ़ावा मिलेगा और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। 

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