गुरुग्राम में 12वीं पास 'फर्जी IAS' गिरफ्तार: गृह मंत्रालय का अधिकारी बनकर लाखों रुपये ऐंठता था यूपी का युवक

आरोपी के किराए के मकान से 2.50 लाख रुपये, फर्जी आईडी कार्ड और फर्जी आर्म्स लाइसेंस बरामद किया है। आरोपी का आपराधिक रिकॉर्ड भी है और उस पर उत्तर प्रदेश में भी धोखाधड़ी का मामला दर्ज है।

Updated On 2025-08-10 17:28:00 IST

पुलिस की गिरफ्त में फर्जी IAS अधिकारी। 

हरियाणा के गुरुग्राम में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां पुलिस ने एक ऐसे फर्जी अधिकारी को गिरफ्तार किया है, जो खुद को गृह मंत्रालय का आईएएस अफसर बताकर लोगों से ठगी करता था। यह युवक जो सिर्फ 12वीं पास है, लग्जरी जीवन जीने और अपने शौक पूरे करने के लिए लोगों से नौकरी और ट्रांसफर के नाम पर लाखों रुपये ऐंठता था। पुलिस ने इस युवक को उसके गुरुग्राम स्थित किराए के मकान से गिरफ्तार किया है।

पद का रौब दिखाता था

आरोपी की पहचान उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के रघुईपुर गांव निवासी जय प्रकाश पाठक (31) के रूप में हुई है। पुलिस पूछताछ में यह सामने आया है कि वह केवल 12वीं पास है, लेकिन उसने लोगों को ठगने के लिए खुद को गृह मंत्रालय का महत्वपूर्ण अधिकारी बताता था और इसी पद का रौब दिखाकर लोगों से पैसे ऐंठता था।

फर्जी सरकारी गाड़ी के साथ किराए के मकान से पकड़ा

पालम विहार थाना पुलिस को एक गुप्त सूचना मिली कि युवक खुद को आईएएस अधिकारी बताकर धोखाधड़ी कर रहा है और फर्जी सरकारी गाड़ी के साथ अपने किराए के मकान में मौजूद है। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम पालम विहार में उसके किराए के मकान पर पहुंची। पुलिस को देखकर युवक छत की तरफ भागने लगा, लेकिन टीम ने पीछा कर उसे पकड़ लिया। जब पुलिस ने उसके कमरे की तलाशी ली, तो वहां से कई चौंकाने वाली चीजें बरामद हुईं। इनमें 2.50 लाख कैश, दो फर्जी आईडी कार्ड (जिन पर गृह मंत्रालय लिखा था), एक फर्जी आर्म्स लाइसेंस, 6 मोबाइल फोन, एक लैपटॉप और एक वॉकी टॉकी सेट शामिल थे। मकान के बाहर एक कार भी खड़ी थी, जिस पर नीली बत्ती लगी थी और आगे-पीछे 'गवर्नमेंट ऑफ इंडिया' लिखा हुआ था। यह गाड़ी भी उसने लोगों को धोखा देने के लिए तैयार कराई थी।

आरोपी के खुलासे

पुलिस पूछताछ में जय प्रकाश पाठक ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उसने बताया कि वह अपने और परिवार के महंगे शौक पूरे करने के लिए इस तरह की ठगी करता था। वह लोगों को सरकारी नौकरी लगवाने, कर्मचारियों के ट्रांसफर करवाने और अन्य सरकारी काम कराने का झांसा देकर उनसे मोटी रकम ऐंठता था।

पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार ने बताया कि जांच में आरोपी का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड भी मिला है। उसके खिलाफ उत्तर प्रदेश में भी फर्जी अधिकारी बनकर ठगी करने का एक मामला दर्ज है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी और आर्म्स एक्ट समेत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। उसे कोर्ट में पेश करके 2 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसने अब तक कितने लोगों को ठगा है।

धोखे से बचने के लिए ये बातें ध्यान में रखें

यह मामला दिखाता है कि धोखाधड़ी करने वाले लोग कितने शातिर हो सकते हैं। ऐसी धोखाधड़ी से बचने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। अगर कोई व्यक्ति आपको सरकारी नौकरी या ट्रांसफर का लालच दे, तो उसकी बातों पर तुरंत भरोसा न करें। उसके आईडी कार्ड, पद और सरकारी विभाग का सत्यापन करें। सरकारी नौकरी के लिए किसी भी व्यक्ति को कैश में पैसे देने से बचें। सभी सरकारी प्रक्रियाएं पारदर्शी होती हैं। सरकारी नौकरी या योजनाओं से जुड़ी जानकारी के लिए हमेशा आधिकारिक सरकारी वेबसाइट्स पर ही भरोसा करें। 

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