हरियाणा के किसान: केन्या में एक लाख हेक्टेयर में करेंगे खेती, संभावनाएं तलाशेंगे अधिकारी

हरियाणा के किसान केन्या में एक लाख हेक्टेयर भूमि में खेती करेंगे। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने समीक्षा बैठक में अधिकारियों को इसके लिए संभावनाएं तलाशने के निर्देश दिए हैं।

Updated On 2025-11-13 17:53:00 IST

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी।

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हरियाणा के किसानों के लिए केन्य में एक लाख हेक्टेयर भूमि में खेती करने की संभावनाएं तलाशने के निर्देश दिए है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि लगभग 1 लाख हेक्टेयर भूमि पर हरियाणा के किसानों द्वारा खेती के लिए एमओयू (MoU) की संभावनाओं पर ठोस प्रस्ताव तैयार करें। ताकि केन्या को हरियाणा से पहले ही निर्यात हो रहे कृषि उत्पाद के साथ भविष्य में कृषि उत्पादन, प्रसंस्करण, आयात-निर्यात एवं निवेश के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ाया जा सके। उन्होंने वीरवार को हरियाणा निवास में हाल ही में केन्या दौरे पर गए हरियाणा प्रतिनिधिमंडल की रिपोर्ट की समीक्षा बैठक में यह बात कही।

कृषि क्षेत्र में व्यावहारिक सहयोग बढ़ाएं

कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा की मौजूदगी में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि केन्या सरकार के साथ कृषि क्षेत्र में व्यावहारिक सहयोग को गति दी जाए। कृषि और विदेश सहयोग विभाग के अधिकारी मिलकर एक ऐसी कार्य योजना बनाएं, जिससे हरियाणा के किसानों को विदेशों में कृषि या उससे संबंधित कार्यों में रुचि रखते हैं, उन्हें हर प्रकार की तकनीकी, हॉर्टिकल्चर और एग्रीकल्चर संबंधी सहायता समन्वयित रूप से उपलब्ध कराई जाए। इस कार्य में कृषि विश्वविद्यालयों को भी सहयोगी सदस्य के रूप में शामिल करें, ताकि किसानों को आवश्यक मार्गदर्शन और सहयोग मिल सके। उन्होंने कहा कि केन्या की जलवायु और मिट्टी भारतीय कृषि के अनुकूल है, जिससे हरियाणा के किसान वहां अपनी विशेषज्ञता का लाभ उठा सकते हैं। इससे न केवल हरियाणा की कृषि को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाएगी, बल्कि राज्य के किसानों के लिए नई आर्थिक संभावनाओं के द्वार भी खोलेगी।

सार्थक रही CIMMYT व KNCCI की बैठक

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार का लक्ष्य राज्य के कृषि क्षेत्र को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाना है। सीएम के सलाहकार पवन चौधरी ने केन्या यात्रा की रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि इस दौरे के दौरान नैरोबी में अंतर्राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अंतरराष्ट्रीय मक्का एवं गेहूं सुधार केंद्र (CIMMYT) तथा केन्या नेशनल चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (KNCCI) के साथ सार्थक बैठकें हुईं। भारत और केन्या के कृषि विश्वविद्यालयों व अनुसंधान संस्थानों के बीच एक्सचेंज प्रोग्राम शुरू करने पर सहमति बनी है।

अनुसंधान व द्विपक्षीय सहयोग को मिलेगा बढ़ावा

मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे नई तकनीकों, अनुसंधान और प्रशिक्षण के क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही, कृषि उत्पादों के व्यापारिक विस्तार और खाद्य प्रसंस्करण में निवेश की संभावनाओं पर भी चर्चा की गई। बैठक में चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज, लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय (लुवास) के कुलपति प्रो. विनोद कुमार वर्मा, हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड के मुख्य प्रशासक मुकेश कुमार आहूजा, पशुपालन एवं डेयरी विभाग के महानिदेशक डॉ. प्रेम सिंह, केन्या दौरे पर गए किसान एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

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