Gurnam Singh Charuni: हरियाणा में बढ़े गन्ने के भाव, किसान नेता चढूनी बोले- ये बढ़ोतरी बहुत...
Gurnam Singh Charuni: हरियाणा में गन्ने की कीमत में 15 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़त हुई है। किसानों को राहत देते हुए सरकार ने ये फैसला लिया है। हालांकि इस फैसले पर किसान नेता गुरुनाम सिंह चढूनी ने इसे बहुत कम बताया है।
किसान नेता गुरुनाम सिंह चढूनी।
Gurnam Singh Charuni: हरियाणा सरकार ने किसानों को राहत देते हुए गन्ने की कीमत बढ़ा दी है। हरियाणा सरकार ने गन्ने का रेट 400 रुपए प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 415 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया है। इसको लेकर किसान नेता गुरुनाम सिंह चढूनी ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ये बढ़ोतरी काफी कम है। उन्होंने कहा कि पिछले साल भी गन्ने की कीमत नहीं बढ़ी थी। इसके कारण गन्ने की खेती का क्षेत्र कम हो गया है, जो खतरनाक संकेत है। किसान नेता ने कहा कि गन्ने की खेती कम हो गई है लेकिन धान की खेती बढ़ रही है। इससे बिजली और पानी का ज्यादा खर्च होगा। उन्होंने किसानों के लिए सरकार से मांग की कि गन्ने के भाव में कम से कम 50 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से बढ़ना चाहिए था।
वहीं सरकार ने धान कटाई के बाद किसानों से पराली न जलाने की अपील की है। इसको लेकर किसान नेता ने कहा कि पराली प्रबंधन के लिए जो कृषि यंत्र उपलब्ध कराए जाने थे, उसके लिए 600 से ज्यादा किसानों ने आवेदन किया था। इसके बावजूद हमारे इलाके में एक भी यंत्र नहीं दिया गया। उन्होंने बताया कि किसानों ने पराली नहीं जलाई और इंतजार किया। 15 दिन से ज्यादा समय तक पराली खेतों में ही पड़ी रही। कृषि अधिकारियों को सूचना देने के बावजूद कई दिनों बाद बेलर आया था।
चढ़ूनी ने कहा कि किसानों को कृषि यंत्र नहीं मिल रहे हैं इसलिए किसान पराली जलाने को मजबूर हैं। सरकार पराली जलाने से किसानों को नहीं रोक पाएगी। 15 दिनों तक किसान अपने खेतों को खाली नहीं छोड़ सकते क्योंकि उन्हें दूसरी फसल लगानी होती है। सरकार किसानों को उपकरण देने में पूरी तरह से फेल है। उन्होंने कहा कि धान मंडियों की हालत भी खराब है। गोहाना मंडी में 12 नमी की धान की पर्ची 2100 रुपए की कट रही है। कलायत मंडी में धान की कीमत 2200 रुपए क्विंटल है। मंडियों में पूरा एमएसपी नहीं दिया जा रहा है।