दिल्ली ब्लॉस्ट: फरीदाबाद से नूंह पहुंची जांच, दो और डाक्टरों समेत अब तक हिरासत में पांच
व्हाइट्स कॉलर मॉड्यूल में फरीदाबाद के बाद नूंह का नाम भी शामिल हो गया। जांच एजेंसियों ने दो और डॉक्टरों को हिरासत में लिया है। अब तक एक खाद विक्रेता सहित 5 गिरफ्तारियों से नूंह भी चर्चा में आ गया है।
नूंह के सुनहेड़ा गांव में डॉ. मुस्तमीक की गिरफ्तारी के बाद चर्चा करते ग्रामीण।
दिल्ली लालकिला मैट्रो स्टेशन के पास 10 नवंबर को हुए कार बम ब्लॉस्ट की जांच अब हरियाणा के फरीदाबाद के बाद नूंह तक पहुंच गई है। व्हाइट कॉलर मॉड्यूल में अब नूंह से दो और डॉक्टरों को हिरासत में लेने के बाद इस मामले में एक खाद विक्रेता और एक डॉक्टर सहित पांच लोग हिरासत में लिए जा चुके हैं। शुक्रवार रात हिरासत में लिए गए फिरोजपुरा झिरका क्षेत्र से सुनहेड़ा गांव निवासी मुस्तकीम और अहमदबास निवासी मोहम्मद शामिल हैं। एक ने चीन से MBBS की है और दूसरा अल फलाह से MBBS कर रहा है।
दो नवंबर को खत्म हुई इंटर्नशिप
गांव सुनहेड़ा के डॉ. मस्तकीम ने चीन से MBBS करने के बाद फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी से इंटर्नशिप की तथा इसी साल दो नवंबर को इंटर्न्शिप पूरी हुई थी। अहमदबास निवासी मोहम्मद फिलहाल अल फलाह यूनिवर्सिटी से कर रहे थे। सुरक्षा एजेंसियों को दोनों की दिल्ली ब्लॉस्ट में मारे गए आतंकी डॉक्टर उमर के साथ संबंधों की जानकारी मिली। उमर की गाड़ी दिल्ली-मुबंई एक्सप्रेस-वे पर सीसीटीवी में कैद होने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। बुधवार-वीरवार की रात सुरक्षा एजेंसियों ने मस्तकीम व मोहम्मद को हिरासत में ले लिया।
पहले पकड़े थे खाद विक्रेता व डॉक्टर
सुरक्षा एजेंसियों ने इससे पहले अमोनियम नाइट्रेट डॉ. मुस्तकीम व मोहम्मद से पहले नूंह से एक खाद विक्रेता को हिरासत में लिया है। खाद विक्रेता पर अमोनियम नाइट्रेट बेचने का शक था। इससे कई दिन पहले सुरक्षा एजेंसियों ने नूंह से अल फलाह यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने वाले एक डॉक्टर को गिरफ्तार किया था। नूंह से अब तक तीन डॉक्टरों सहित पांच गिरफ्तारी हो चुकी हैं। डॉक्टर फिलहाल तावड़ू के एक निजी अस्पताल में नौकरी कर रहा था। मेवात क्षेत्र से बड़ी संख्या में छात्र अल फलाह यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करते हैं। लगातार डॉक्टरों और मेडिकल छात्रों की गिरफ्तारी से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है और अभिभावकों में चिंता बढ़ गई है। फिलहाल सभी हिरासत में लिए गए लोगों से दिल्ली ब्लास्ट के सिलसिले में गहन पूछताछ की जा रही है। एनआईए और अन्य केंद्रीय एजेंसियां क्षेत्र में लगातार छापेमारी कर रही हैं। मामले में अभी और गिरफ्तारियां होने की आशंका जताई जा रही है।
तीन को उठाकर ले गई थी सुरक्षा एजेंसी
डॉ. मस्तकीम के परिजनों ने बताया कि डॉक्टर मुस्तकीम को हिरासत में लेने के बाद उनके भी परिवार के एक दो लोगों को सिया नूह तक फरीदाबाद सीआईए की टीम लेकर गई थी, लेकिन नूंह जाने के बाद उनके परिजनों को वापस घर भेज दिया गया उसके बाद से डॉक्टर मुस्तकीम से परिवार के लोगों का कोई संपर्क नहीं हो सका है। ब्लास्ट के बाद दिल्ली पुलिस एवं जांच एजेंसी से जुड़े दो अधिकारी सुनेरा गांव में पहुंचे थे काफी देर तक उन्होंने डॉक्टर मुस्तकीम से आमने-सामने बिठाकर बातचीत की थी लेकिन उसे समय उनको विरासत में नहीं लिया था।
डॉक्टर उमर से संबंधों को स्वीकारा
परिजनों ने कहा कि डॉक्टर मुस्लिम अच्छे चाल चलन का लड़का था वह ऐसा किसी सूरत में नहीं कर सकता उन्होंने इतना जरूर बताया कि डॉक्टर उम्र उनके अलफलाह यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर थे इसके अलावा कई बार परिवार व गांव में जब कोई बीमार हो जाता था तो वह इलाज के लिए डॉक्टर उमर इत्यादि डॉक्टर से अलफलाह यूनिवर्सिटी में फोन के माध्यम से संपर्क करते थे। जांच एजेंसियों की नजर अभी भी हरियाणा के नुहू जिले पर है आने वाले कुछ दिनों में कुछ और संदिग्ध लोगों की को हिरासत में लिए जाने से इनकार नहीं किया जा सकता शुक्रवार को जांच एजेंसियों की टीम नूहू में ही पैनगवा सहित के स्थान पर पहुंची और मामले की तहकीकात में जुटी हुई है।
डॉ. मोहम्मद की राजनीतिक पृष्टभूमि
फिरोजपुर झिरका खंड के अहमदबास गांव से हिरासत में लिए गए डॉक्टर मोहम्मद नूँह जिले के शिक्षित एवं राजनीतिक घराने से संबंध रखते हैं। उनके परिवार का इलाके में अच्छा नाम है। इस मामले में उनके परिवार और गांव में कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है। दिल्ली ब्लॉस्ट व फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी के व्हाइट्स कॉलर मॉड्यूल से डाक्टर मोहम्मद के सुरक्षा एजेंसियों के रडॉर पर आने के बाद से गांव व क्षेत्र में सन्नाटा पसरा हुआ है।
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