हरियाणा में कांग्रेसियों का इंतजार खत्म: कांग्रेस ने 11 साल बाद 22 जिलों में 32 अध्यक्ष बनाए, पानीपत शहरी बाकी
हरियाणा कांग्रेस ने 11 साल के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार जिलाध्यक्षों की नियुक्ति कर ही दी। खास बात रही कि 22 जिलों पर 32 अध्यक्ष बनाए गए हैं। हुड्डा के साथ-साथ सैलजा गुट को भी तव्वजो मिली है। देखें पूरी लिस्ट।
हरियाणा में कांग्रेसियों का इंतजार खत्म : लंबे इंतजार के बाद हरियाणा कांग्रेस ने मंगलवार देर शाम अपने जिलाध्यक्षों की नियुक्ति कर दी। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी AICC के महासचिव केसी वेणुगोपाल द्वारा जारी सूची में कुल 32 नेताओं के नाम शामिल हैं। यह नियुक्ति पार्टी के प्रदेश संगठन को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है, क्योंकि 11 साल बाद राज्य में जिलाध्यक्षों की नियुक्ति हुई है। अभी सूची में पानीपत शहरी सीट का नाम नहीं आया है।
30 जून को रखी थी समयसीमा
पार्टी नेतृत्व पहले ही 30 जून 2025 तक यह प्रक्रिया पूरी करने का लक्ष्य रख चुका था, जिसे बाद में बढ़ाकर 31 जुलाई कर दिया गया। हालांकि, समयसीमा के बाद भी ऐलान नहीं हो पाया और अंततः 12 अगस्त को सूची जारी की गई।
4 जून को राहुल गांधी ने दिए थे आदेश
इससे पहले 4 जून 2025 को राहुल गांधी ने हरियाणा का दौरा किया था और चंडीगढ़ स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में AICC व PCC पर्यवेक्षकों के साथ बैठक की थी। राहुल ने स्पष्ट निर्देश दिया था कि राज्य में संगठन को सक्रिय और जमीनी स्तर पर मजबूत करने के लिए जिलाध्यक्षों की नियुक्ति जल्द से जल्द की जाए।
पर्यवेक्षकों ने 22 जिलों का किया था दौरा
केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने सभी 22 जिलों का दौरा कर स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं से सुझाव जुटाए। किसी-किसी जिले में तो एक पद के लिए 95 उम्मीदवार भी लाइन में थे। इसके बाद जिलाध्यक्ष पद के लिए आवेदकों के नामों को पैनल के रूप में तैयार कर प्रदेश प्रभारी को भेजा गया। इस पर केसी वेणुगोपाल, बीके हरिप्रसाद और पर्यवेक्षकों के बीच विस्तृत चर्चा के बाद अंतिम सूची तय की गई।
जिले 22 और अध्यक्ष 32, भाजपा के हैं 27
कांग्रेस द्वारा जारी की गई अध्यक्षों की सूची में 32 अध्यक्ष बनाए गए हैं, जबकि हरियाणा में जिले 22 हैं। कांग्रेस ने भी भाजपा से दो कदम आगे चलकर बड़े जिलों में ग्रामीण और शहरी के हिसाब से अलग-अलग अध्यक्ष नियुक्त किया है। भाजपा ने भी 22 जिलों में 27 अध्यक्ष नियुक्त किए हैं।
विधानसभा हारे नेताओं को अध्यक्ष की कमान
कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्षों की लिस्ट को देखें तो विधानसभा चुनाव में हारने वाले नेताओं को भी टिकट दिया गया है। अंबाला कैंट से कुमारी शैलजा के करीबी परविंदर परी को अध्यक्ष बनाया गया है। परी पिछला विधानसभा चुनाव हार गए थे। वहीं, तोशाम से अनिरुद्ध चौधरी, लाडवा से मेवा सिंह व बादशाहपुर से वर्धव यादव को अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह भी विधानसभा चुनाव हारे थे। वहीं, महिलाओं की उपस्थिति बेहद कम नजर आ रही है। सिरसा से संतोष बेनीवाल को जिम्मेदारी दी गई है। वहीं,
सैलजा ने अपने प्रभाव वाले इलाकों में बाजी मारी
सांसद कुमारी सैलजा ने सिरसा, अंबाला, पंचकूला व यमुनानगर में अपने गुट के अध्यक्ष बनवाने में सफलता पाई। अंबाला कैंट में परविंदर परी, अंबाला शहर से पवन अग्रवाल, सिरसा में संतोष बेनीवाल, फतेहाबाद में अरविंद शर्मा अध्यक्ष बने। पंचकूला में संजय चौहान, यमुनानगर रूरल के नरपाल सिंह व यमुनानगर शहरी के प्रधान देवेंद्र सिंह सैलजा गुट से हैं। हिसार शहरी सीट पर बजरंग दास गर्ग को मौका दिया गया है, जो सैलजा व हुड्डा दोनों ही गुटों में सामंजस्य रखते हैं। हिसार ग्रामीण से बृजलाल भी सैलजा के समर्थक रहे हैं।