flood in Ambala: टांगरी नदी उफान पर, कई कॉलोनियों में घुसा पानी, स्कूलों में छुट्टी
हरियाणा के अंबाला में टांगरी नदी के उफान पर आने से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। इससे कई कॉलोनियों में पानी घुस गया है। प्रशासन हाई अलर्ट पर है।
अंबाला में टांगरी नदी का पानी चंदपुरा रोड के ऊपर से बहता हुआ।
flood in Ambala : हरियाणा के अंबाला में टांगरी नदी खतरे के निशान को पार कर गई है। सिंचाई विभाग ने अनुमान जताया है कि नदी में लगभग 40 हजार क्यूसिक पानी आने की संभावना है। अचानक पानी का दबाव बढ़ने से चंदपुरा क्षेत्र में नदी का पानी तटबंध पार कर आबादी की ओर बहने लगा। निचले इलाकों की करीब 8 से 10 कॉलोनियों में पानी भर चुका है, जिससे लोगों को अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर जाना पड़ा है।
घरों में घुसा पानी, लोग छतों पर पहुंचे
नदी के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। हालात यह हैं कि न्यू लक्की नगर, न्यू टैगोर नगर, न्यू शिवपुरी कॉलोनी, अमन नगर, रामपुर और न्यू प्रीत नगर समेत कई क्षेत्रों में पानी भर गया है। कुछ परिवार अपने घरों की पहली और दूसरी मंजिल पर शरण लिए हुए हैं, जबकि कई लोग अपने जरूरी सामान के साथ ऊंचे स्थानों पर पहुंच चुके हैं। कई परिवार छतों पर रहने को मजबूर हैं।
स्कूलों में छुट्टियां, DAV स्कूल खाली कराया
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अंबाला जिला प्रशासन ने शहर के कई स्कूलों में छुट्टियां घोषित कर दी हैं। टांगरी नदी के किनारे स्थित DAV स्कूल को खाली करवा लिया गया है। प्रशासन लगातार लाउडस्पीकर से अनाउंसमेंट कर लोगों को सुरक्षित इलाकों में जाने की अपील कर रहा है।
मंत्री अनिल विज ने किया दौरा
कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि पहाड़ों पर भारी बारिश की वजह से टांगरी में पानी आया है। विज ने कहा कि आज टांगरी में 30 हजार क्यूसिक से ज्यादा पानी आया है। हमने पहले ही नदी को गहरा करने का काम शुरू किया था, मगर तकनीकी दिक्कतों के चलते सिर्फ 25 प्रतिशत काम हो पाया। बरसाती सीजन के बाद शेष कार्य किया जाएगा। हमें उम्मीद है कि पानी सुरक्षित बहकर निकल जाएगा, लेकिन फिर भी पूरे प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है। उन्होंने बताया कि NDRF की टीम को अंबाला छावनी में बुला लिया गया है। साथ ही किसी आपात स्थिति से निपटने के लिए नावों का इंतजाम भी कर लिया गया है।
बचाव दल अलर्ट पर, राहत कैंपों का इंतजाम नहीं
प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि NDRF और स्थानीय पुलिस लगातार निगरानी कर रहे हैं। तटबंध के अंदर रहने वालों को बार-बार घर खाली करने की चेतावनी दी जा रही है। दो नावें बुलाई गई हैं ताकि पानी बढ़ने की स्थिति में लोगों को निकाला जा सके। हालांकि, लोगों के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि प्रशासन ने अभी तक कोई राहत कैंप या धर्मशाला में ठहरने का इंतजाम नहीं किया है। ऐसे में घर छोड़ने वाले परिवार यह सोचने को मजबूर हैं कि आखिर वे रहेंगे कहां।
अभी सिर पर मंडरा रहा बड़ा खतरा
सिंचाई विभाग के अनुसार, टांगरी में पानी का स्तर और बढ़ने की संभावना है। यदि पानी का दबाव 40 हजार क्यूसिक तक पहुंच गया तो शहर की और भी कॉलोनियों में पानी घुस सकता है। फिलहाल प्रशासन हालात पर लगातार नजर रखे हुए है और लोगों से अपील कर रहा है कि वे सुरक्षित स्थानों पर जाएं और अफवाहों से दूर रहें।
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