समर स्पेशल ट्रेनें रद्द: अंबाला से वाराणसी, लखनऊ, अयोध्या सेवाएं ठप, यात्रियों को भेजा SMS, बिहार रूट प्रभावित
रेलवे ने 16 जून को इन ट्रेनों को रद्द करने का आदेश जारी किया है, और यात्री अब रिफंड तो पा लेंगे, लेकिन नियमित ट्रेनों में पहले से चल रही भारी वेटिंग के चलते उन्हें अपनी आगे की यात्रा के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
गर्मी की छुट्टियों में यात्रा का प्लान बना रहे यात्रियों के लिए एक बुरी खबर सामने आई है। भारतीय रेलवे ने 'समर रश' के दौरान अतिरिक्त भीड़ को देखते हुए चलाई गई कई समर स्पेशल ट्रेनों को रद्द करने का फैसला लिया है। इन ट्रेनों को जुलाई तक चलना था और लाखों यात्रियों ने इनमें अपनी टिकटें बुक करवा ली थीं, लेकिन अब रेलवे के इस अचानक फैसले से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
रेलवे ने 16 जून को इन स्पेशल ट्रेनों को रद्द करने का आदेश जारी किया है। जिन यात्रियों ने पहले ही टिकट बुक कर ली थी, उन्हें SMS के जरिए इस बदलाव की जानकारी भेज दी गई है। रद्द की गई स्पेशल ट्रेनें मुख्य रूप से पंजाब के बठिंडा से बनारस, चंडीगढ़ से लखनऊ, और आनंद विहार से अयोध्या व राजगीर रूट पर अप-डाउन चल रही थीं।
रद्द होने से यात्रियों को होगी भारी परेशानी
इन समर स्पेशल ट्रेनों के रद्द होने से यात्रियों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। गर्मी की छुट्टियों के चलते पहले से ही नियमित ट्रेनों में भारी वेटिंग चल रही है, ऐसे में इन स्पेशल ट्रेनों का रद्द होना यात्रियों के लिए मुश्किल बढ़ा देगा।
• टिकट रद्द होने का असर: इन ट्रेनों के चलने से लाखों यात्रियों को सुविधा मिलनी थी, लेकिन अब ट्रेनें रद्द होने से उन्हें अपनी यात्रा के लिए वैकल्पिक साधन ढूंढने पड़ेंगे।
• रिफंड की सुविधा: रेलवे ने बताया है कि रद्द हुई ट्रेनों के टिकटों का रिफंड यात्रियों के खातों में सीधे भेज दिया जाएगा, लेकिन इससे उनकी तत्काल यात्रा की समस्या हल नहीं होगी। यात्रियों को अब बसों या अन्य महंगे साधनों का सहारा लेना पड़ सकता है।
ये ट्रेनें हुई रद्द
रेलवे ने जिन प्रमुख समर स्पेशल ट्रेनों को रद्द किया है, उनमें ये शामिल हैं:
• बठिंडा से वाराणसी स्पेशल (04519-20): यह ट्रेन 21 मई से 10 जुलाई तक चलने वाली थी। इस रूट पर यात्रियों को अक्सर वेटिंग टिकट ही मिलती थी, इसलिए यह ट्रेन सप्ताह में दो दिन अप और दो दिन डाउन में चलनी थी। यात्रियों ने इसका फायदा भी उठाया, लेकिन 16 जून को इसे रद्द करने का फरमान जारी हो गया।
• चंडीगढ़ से लखनऊ स्पेशल (04209-10): यह ट्रेन अंबाला सहित अन्य स्टेशनों से भी यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण थी और इसे 10 जुलाई तक चलना था। इसे 19 जून से रद्द कर दिया गया है।
• आनंद विहार से अयोध्या स्पेशल (04213-14 और 04070-69): आनंद विहार से अयोध्या के लिए दो स्पेशल ट्रेनें (04213-14 और 04070-69) 11 जुलाई तक चलाई जानी थीं। इन दोनों ट्रेनों को 17 जून से रद्द कर दिया गया है। पंजाब से उत्तर प्रदेश या आनंद विहार से अयोध्या के बीच का रूट न केवल गर्मी के मौसम में बल्कि सामान्य दिनों में भी यात्रियों की भारी भीड़ वाला रहता है।
यात्रियों को मिल रहे हैं कैंसिलेशन के SMS
रेलवे ने मई महीने से ही इन स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया था और यात्रियों को इन ट्रेनों में टिकट बुक करने के लिए प्रोत्साहित भी किया था। इसके लिए व्यापक प्रचार भी किया गया था। लेकिन, अब उन सभी यात्रियों के मोबाइल पर टिकट रद्द होने के SMS पहुंचने लगे हैं, जिन्होंने इन ट्रेनों में बुकिंग करवाई थी। स्टेशनों पर भी इन ट्रेनों के रद्द होने की घोषणा करने के आदेश दिए गए हैं, ताकि यात्री भ्रमित न हों।
नियमित ट्रेनों में 100 पार हुई वेटिंग
इस फैसले का असर नियमित ट्रेनों पर भी दिख रहा है। इन दिनों अंबाला से अपने घरों को जाने वाले यात्रियों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है। ऐसे में स्पेशल ट्रेनों के रद्द होने से नियमित ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट 100 के पार पहुंच गई है। खासकर अंबाला से उत्तर प्रदेश और दिल्ली जाने वाली ट्रेनों में भारी भीड़ देखी जा रही है, जिससे लोगों को ट्रेन के बजाय अन्य वैकल्पिक साधनों जैसे बसों या निजी वाहनों से यात्रा करने पर विचार करना पड़ रहा है।
अंबाला के सीनियर डीसीएम नवीन कुमार के अनुसार, इन ट्रेनों को रद्द करने के पीछे आर्थिक नुकसान एक बड़ा कारण है। उन्होंने बताया कि स्पेशल ट्रेनों की ओर यात्री उम्मीद के मुताबिक रुख नहीं कर रहे थे, जिसके कारण उनके संचालन पर रोक लगानी पड़ी है। यह स्थिति यात्रियों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है, खासकर जब गर्मी की छुट्टियां अपने चरम पर हैं।