जिंदगी बनाने की गुल्लक: अंबाला में छोटी सी गुल्लक संवार रही जरूरतमंद बच्चों का भविष्य, इद्रीश फाउंडेशन की पहल
छोटी-छोटी बचत करके बड़ी खुशियां देने वाली गुल्लक अंबाला में सैकड़ों बच्चों का भविष्य संवार रही है। आपकी छोटी सी बचत भी बेहतर समाज बनाने की ओर बड़ा कदम बन सकती है। जानें क्या है इद्रीश फाउंडेशन की यह पहल।
अंबाला में इद्रीश फाउंडेशन के अभियान के तहत महिला को गुल्लक सौंपती संस्था की पदाधिकारी।
जिंदगी बनाने की गुल्लक : हरियाणा के अंबाला में बच्चों की शिक्षा को समर्थन देने की दिशा में काम कर रही संस्था इद्रीश फाउंडेशन ने अनूठी पहल की है। ‘गुल्लक ए शिक्षा’ अभियान को एक नई ऊर्जा और सशक्त रूपरेखा के साथ दोबारा शुरू किया गया है। इस अभियान का मूल उद्देश्य है एक गुल्लक के माध्यम से किसी जरूरतमंद बच्चे की स्कूल फीस, शिक्षा सामग्री और आवश्यक खर्चों को पूरा करना है।
दो वर्ष पहले शुरू किया था गुल्लक अभियान
फाउंडेशन की संस्थापक नेहा परवीन द्वारा दो वर्ष पूर्व शुरू की गई इस पहल ने अब एक आंदोलन का रूप ले लिया है। संस्था की टीम मैनेजर वंदना बताती हैं यह सिर्फ गुल्लक नहीं, एक बच्चे की उम्मीद है। जब ये गुल्लक भरते हैं तो किसी एक नन्हे जीवन में शिक्षा का उजियारा भरता है।
वालंटियर्स अपने हाथों से बनाते हैं रंग-बिरंगी गुल्लक
फाउंडेशन के इंटर्न्स और वालंटियर्स द्वारा हाथ से बनाए गए रंग-बिरंगे गुल्लकों को शहर के नागरिकों को अपनाने के लिए दिया जा रहा है। हर व्यक्ति, बच्चा, युवा या वृद्ध गुल्लक में प्रतिदिन थोड़ी राशि डाल सकता है। जब गुल्लक भर जाता है तो उसे फाउंडेशन को वापस सौंपा जाता है। उसकी राशि का उपयोग बच्चों की फीस, कॉपी-किताबों, यूनिफॉर्म और ईवनिंग क्लास के खर्चों में किया जाता है।
फाउंडेशन ने लिए हैं 32 बच्चे गोद, 300 ईवनिंग क्लास में पढ़ रहे
अभी तक 32 बच्चे फाउंडेशन द्वारा पूर्ण रूप से गोद लिए गए हैं। 300 से अधिक बच्चे रोज़ाना ईवनिंग क्लास में पढ़ाई कर रहे हैं। इसका उद्देश्य यह है इस छोटी-छोटी गुल्लकों की सहायता से 100 से अधिक बच्चों तक शिक्षा पहुंचाना है। एरिया इंचार्ज नीलिमा ने बताया कि हम सब मदद करना चाहते हैं लेकिन सोचते हैं कि पैसे नहीं हैं तो क्या करें। अब मात्र 10 रुपये प्रतिदिन बचाकर भी हम एक बच्चे की फीस में सहयोग कर सकते हैं। गुल्लक एक रास्ता है छोटे क़दम से बड़ा बदलाव लाने का। इस मौके पर संस्था के सभी इंटर्न्स और वालंटियर्स ने संकल्प लिया कि जब तक अंबाला का हर बच्चा शिक्षित न हो जाए वे इस अभियान से जुड़े रहेंगे।
हर नागरिक एक गुल्लक लेने की अपील
फाउंडेशन ने लोगों से अपील की है कि एक गुल्लक अपनाएं और किसी एक बच्चे की स्कूल यात्रा का सहारा बनें। यह समाज सेवा की सबसे सरल लेकिन सशक्त शुरुआत हो सकती है।